Arshdeep Singh ने T20I में 100 विकेट का मील का पत्थर पार किया
Arshdeep Singh का ऐतिहासिक मील का पत्थर
भारत के बाएं हाथ के तेज गेंदबाज Arshdeep Singh ने आज ओमान के खिलाफ एशिया कप 2025 के मैच में एक नया रिकॉर्ड बनाया। केवल 26 वर्ष की आयु में, उन्होंने पुरुषों के T20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 100 विकेट लेने वाले पहले भारतीय गेंदबाज बनने का गौरव हासिल किया।
भारत के लिए सबसे अधिक T20I विकेट
गेंदबाज | मैच | विकेट | सर्वश्रेष्ठ आंकड़े | औसत | इकोनॉमी | स्ट्राइक रेट |
---|---|---|---|---|---|---|
Arshdeep Singh | 64* | 100 | 4/9 | 18.39 | 8.30 | 13.29 |
Yuzvendra Chahal | 80* | 96 | 6/25 | 25.09 | 8.19 | 18.37 |
Hardik Pandya | 117* | 96 | 4/16 | 26.74 | 8.22 | 19.50 |
Jasprit Bumrah | 72 | 92 | 3/7 | 17.67 | 6.29 | 16.85 |
Bhuvneshwar Kumar | 87 | 90 | 5/4 | 23.10 | 6.96 | 19.90 |
एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर
- इस मैच से पहले, Arshdeep पहले ही भारत के सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज बन चुके थे, जिन्होंने इस वर्ष Yuzvendra Chahal को पीछे छोड़ दिया था।
- उन्होंने एशिया कप के अपने पहले मैच में 100 विकेट का आंकड़ा पार किया।
- यह सिर्फ आंकड़ों की बात नहीं है: Arshdeep की वृद्धि तेज, लगातार और दबाव में प्रदर्शन करने की क्षमता से भरी रही है।
Arshdeep और टीम इंडिया के लिए इसका क्या मतलब है
Arshdeep Singh का 100 विकेट का मील का पत्थर उनके T20 सेटअप में भूमिका की मजबूत पुष्टि है। पिछले कुछ वर्षों में, वह उच्च दबाव की स्थितियों में टीम के प्रमुख गेंदबाज बन गए हैं, चाहे वह पावरप्ले हो या डेथ ओवर्स। यह उपलब्धि टीम प्रबंधन के विश्वास को और मजबूत करती है, यह साबित करती है कि वह अब केवल एक संभावित युवा खिलाड़ी नहीं, बल्कि एक विश्वसनीय मैच-विजेता हैं।
इस तरह की उपलब्धि एशिया कप जैसे बड़े टूर्नामेंट में हासिल करना Arshdeep और भारत की तेज गेंदबाजी इकाई के लिए एक बड़ा मनोबल बढ़ाने वाला है। यह दिखाता है कि भारत की गेंदबाजी में केवल कागज पर संभावनाएं नहीं हैं, बल्कि यह मैदान पर वास्तविक मैच-विजेता प्रदर्शन में बदल रही हैं। यह टीम को टूर्नामेंट के महत्वपूर्ण चरणों और अंततः T20 विश्व कप की ओर आत्मविश्वास प्रदान करता है।
इस क्षण को और भी रोमांचक बनाता है कि यह भारत के तेज गेंदबाजों के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा को जन्म देता है। Arshdeep के T20I में 100 विकेट के आंकड़े तक पहुंचने के साथ, साथी खिलाड़ी जैसे Jasprit Bumrah (92 विकेट) और Hardik Pandya (95 विकेट) भी पीछे नहीं रहेंगे। इस तरह की आंतरिक प्रतिस्पर्धा प्रदर्शन मानकों को ऊंचा उठाती है और खिलाड़ियों को भूखा रखती है - यह भारतीय क्रिकेट के लिए आगे बढ़ने का एक अच्छा संकेत है।