पितृ पक्ष 2025: क्यों नहीं रखना चाहिए गूंथा हुआ आटा फ्रिज में?
पितृ पक्ष का महत्व
पितृ पक्ष 2025: पितृ पक्ष के दौरान, पूजा, तर्पण और श्राद्ध का हर घर में विशेष महत्व होता है। माना जाता है कि इस समय पूर्वज धरती पर आते हैं और उनके लिए किए गए कार्यों, दान और भोजन को स्वीकार करते हैं। इस कारण, पितृ पक्ष में भोजन और दैनिक आदतों से संबंधित कई नियम बनाए गए हैं, जिन्हें पालन करना आवश्यक माना जाता है। ये नियम विश्वास और पवित्रता से सीधे जुड़े हुए हैं।
खाने की तैयारी में सावधानी
खासकर, भोजन की तैयारी और भंडारण के मामले में सख्त सावधानी बरतने की परंपरा है। इनमें से एक नियम यह है कि गूंथा हुआ आटा पितृ पक्ष के दौरान फ्रिज में नहीं रखा जाना चाहिए। आजकल की व्यस्त जीवनशैली में, कई लोग समय बचाने के लिए पहले से आटा गूंथकर फ्रिज में रखते हैं, लेकिन पितृ पक्ष के दौरान इसे पारंपरिक और धार्मिक दृष्टिकोण से सही नहीं माना जाता। आइए जानते हैं कि ऐसा क्यों कहा जाता है और इसके पीछे क्या कारण है। ज्योतिषी अंशुल त्रिपाठी इस बारे में बता रहे हैं।
गूंथा हुआ आटा फ्रिज में रखने का निषेध
गूंथा हुआ आटा फ्रिज में रखना क्यों मना है?
पितृ पक्ष के दौरान सभी प्रकार के भोजन और सामग्री को ताजा बनाना परंपरा है। माना जाता है कि पूर्वज केवल ताजा और शुद्ध भोजन को स्वीकार करते हैं। जब गूंथा हुआ आटा फ्रिज में रखा जाता है, तो इसकी ऊर्जा नमी और ठंड के कारण कम हो जाती है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, इसे अशुद्ध माना जाता है और श्राद्ध के भोजन में इसका उपयोग वर्जित है।
आटे की ताजगी का महत्व
आटे की ताजगी का महत्व
पितृ पक्ष में भोजन पकाने का सबसे बड़ा नियम यह है कि आटा, सब्जियाँ और दालें उसी समय तैयार की जानी चाहिए जब भोजन पकाना हो। यदि गूंथा हुआ आटा लंबे समय तक रखा जाता है, तो यह खट्टा हो जाता है और इसका स्वाद भी बदल जाता है। यह न केवल स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से गलत है, बल्कि इसे पूर्वजों को अर्पित करना भी अपमानजनक माना जाता है।
धार्मिक मान्यताएँ और शास्त्रों का उल्लेख
धार्मिक मान्यताएँ और शास्त्रों का उल्लेख
धार्मिक शास्त्रों में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि पितृ पक्ष के दौरान भोजन पकाने में लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए। केवल ताजे अनाज, ताजे आटे और शुद्ध सामग्री से बना भोजन ही पूर्वजों तक पहुँचता है। फ्रिज में रखा गूंथा हुआ आटा बासी के श्रेणी में आता है, और बासी भोजन को पूर्वजों को नहीं अर्पित करना चाहिए। ऐसा करने से पूर्वज नाराज हो सकते हैं और परिवार पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
स्वास्थ्य से संबंधित कारण
स्वास्थ्य से संबंधित कारण
यह केवल धार्मिक विश्वास नहीं है, बल्कि स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से भी सही है। जब आटा फ्रिज में रखा जाता है, तो उसमें बैक्टीरिया विकसित हो सकते हैं, जो शरीर के लिए हानिकारक हो सकते हैं। पितृ पक्ष के समय, जब पवित्रता और स्वास्थ्य पर जोर दिया जाता है, गूंथा हुआ आटा रखना बिल्कुल उचित नहीं है।
पितृ पक्ष के दौरान पालन करने वाले महत्वपूर्ण नियम
पितृ पक्ष के दौरान पालन करने वाले महत्वपूर्ण नियम
1. हमेशा ताजा और समय पर भोजन तैयार करें।
2. बासी, खट्टा या फ्रिज में रखा भोजन न खाएं और न ही पूर्वजों को अर्पित करें।
3. श्राद्ध अनुष्ठान में पवित्रता और स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें।
4. पूजा और तर्पण में केवल शुद्ध और सात्विक भोजन का उपयोग करें।
5. केवल श्रद्धा और नियमों के साथ किया गया श्राद्ध ही पूर्वजों तक पहुँचता है।
गूंथे हुए आटे का विकल्प
गूंथे हुए आटे का विकल्प
यदि समय की कमी है और हर दिन आटा गूंथना मुश्किल लगता है, तो एक ही समय में आटा गूंथकर ताजे रोटियाँ बनाएं। यदि चाहें, तो आप आटे को गीले कपड़े से ढककर कुछ समय के लिए बाहर रख सकते हैं, लेकिन इसे फ्रिज में बिल्कुल नहीं रखना चाहिए।
पितृ पक्ष में ताजगी और पवित्रता का ध्यान
जब आप पितृ पक्ष 2025 में श्राद्ध और तर्पण करते हैं, तो विशेष ध्यान रखें कि भोजन पूरी तरह से ताजा और शुद्ध हो। इस समय गूंथा हुआ आटा फ्रिज में रखने की आदत छोड़ दें क्योंकि यह न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से गलत है, बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी हानिकारक है। पूर्वजों को ताजा और सात्विक भोजन अर्पित करना सच्ची श्रद्धांजलि है, और यह आपके परिवार के लिए भी शुभ और फलदायी होगा।
इस पितृ पक्ष, अपने खाने की आदतों में थोड़ा बदलाव करें और नियमों का पालन पूरी श्रद्धा के साथ करें। इससे न केवल पूर्वजों को प्रसन्नता मिलेगी, बल्कि परिवार में सुख, शांति और समृद्धि भी बनी रहेगी।
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