दांतों के दर्द से राहत: जानें किन खाद्य पदार्थों से करें परहेज
दांतों की देखभाल के लिए महत्वपूर्ण सुझाव
दांतों में दर्द एक ऐसी समस्या है जो अचानक उत्पन्न हो सकती है। इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं, जैसे दांतों की सड़न, मसूड़ों में संक्रमण, या इनेमल की कमजोरी।
क्या आप जानते हैं कि आपकी दैनिक आहार भी इस दर्द को बढ़ा सकता है? कुछ खाद्य पदार्थ ऐसे होते हैं जो संवेदनशील दांतों वाले लोगों के लिए परेशानी का कारण बन सकते हैं।
आइए जानते हैं कि कौन-से खाद्य पदार्थ दांतों के दर्द को बढ़ा सकते हैं और किन्हें खाने से बचना चाहिए।
आइसक्रीम – ठंडक के साथ दर्द का अनुभव
आइसक्रीम भले ही स्वादिष्ट हो, लेकिन यह संवेदनशील दांतों के लिए दर्द का कारण बन सकती है। इसमें मौजूद चीनी और ठंडा तापमान मिलकर दांतों की नसों को उत्तेजित करते हैं, जिससे इनेमल कमजोर होता है और दर्द होता है।
शराब और बीयर – दांतों की सड़न का छिपा कारण
अधिकतर अल्कोहलिक पेय में शुगर की मात्रा अधिक होती है। इसके अलावा, ये मुंह को सूखा कर देते हैं, जिससे लार की कमी होती है।
लार दांतों की सुरक्षा में मदद करती है, इसलिए इसकी कमी से बैक्टीरिया तेजी से बढ़ते हैं और संवेदनशीलता का खतरा बढ़ जाता है।
कॉफी – सुबह की शुरुआत लेकिन दांतों के लिए हानिकारक
कॉफी में एसिडिक तत्व और गर्म तापमान संवेदनशील दांतों के लिए हानिकारक हो सकते हैं। यदि आप इसमें चीनी मिलाते हैं, तो यह और भी अधिक नुकसानदायक हो जाती है।
हार्ड या गमी कैंडी – मीठे में छिपा खतरा
हार्ड कैंडी, जेली या गमी मिठाइयाँ दांतों पर लंबे समय तक चिपकी रहती हैं, जिससे बैक्टीरिया को बढ़ने का अवसर मिलता है।
इन मिठाइयों में शुगर कैविटी और संवेदनशीलता दोनों को बढ़ा सकती है।
खट्टे फल – विटामिन C के साथ इनेमल का नुकसान
नींबू, संतरा, अंगूर और टमाटर जैसे सिट्रस फल स्वास्थ्य के लिए अच्छे होते हैं, लेकिन इनकी अम्लीयता इनेमल को नुकसान पहुंचा सकती है।
जब इनेमल कमजोर होता है, तो दांत की नसें खुल जाती हैं और ठंडा-गरम कुछ भी खाने-पीने पर दर्द होता है।
सूखे मेवे और चिपचिपे स्नैक्स – छिपे हुए खतरे
सूखे मेवे जैसे किशमिश या अंजीर स्वादिष्ट होते हैं, लेकिन ये दांतों के बीच फंस जाते हैं। यदि ब्रशिंग सही न हो, तो ये प्लाक और बैक्टीरिया के लिए जगह बना देते हैं, जिससे दर्द और कैविटी दोनों बढ़ सकते हैं।
दांतों की देखभाल के आसान उपाय
दिन में कम से कम दो बार फ्लोराइड टूथपेस्ट से ब्रश करें और खाने के बाद माउथवॉश से कुल्ला करें।
बहुत ठंडे या गर्म खाद्य पदार्थों से बचें और साल में कम से कम दो बार डेंटिस्ट से चेक-अप कराएं।
दांतों का दर्द अक्सर हमारी खाने-पीने की गलत आदतों से शुरू होता है। यदि आप अपने आहार में कुछ बदलाव करें और ओरल हाइजीन पर ध्यान दें, तो इस दर्द को आसानी से रोका जा सकता है।