क्या भारतीय शेयर बाजार में विदेशी निवेशकों की वापसी से आएगी तेजी?
भारतीय शेयर बाजार में नई रौनक
शेयर बाजार
भारतीय शेयर बाजार में अब फिर से हलचल देखने को मिल रही है। ट्रंप के टैरिफ और H-1B वीजा के प्रभाव से उबरते हुए, बाजार ने पिछले 6 ट्रेडिंग सत्रों में से 5 में तेजी का अनुभव किया है। प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स आज 82,172.10 पर बंद हुआ। बुधवार को छोड़कर, बाजार ने लगातार 6 दिनों तक तेजी के साथ बंद होने का प्रदर्शन किया है। इस तेजी का एक मुख्य कारण विदेशी निवेशकों का बाजार में पुनः निवेश करना माना जा रहा है।
ग्लोबल तनाव के बीच, जहां निवेशकों ने पहले बाजार से भारी बिकवाली की थी, वहीं अब बाजार ने तेजी की दिशा में कदम बढ़ाया है। गुरुवार को सेंसेक्स लगभग 400 अंकों की वृद्धि के साथ 82,171.74 पर बंद हुआ। पिछले दो कारोबारी दिनों में विदेशी निवेशकों ने बाजार में अच्छा पैसा लगाया है। इसके बावजूद, घरेलू निवेशकों ने भी तब बाजार को समर्थन दिया जब विदेशी निवेशक पीछे हट गए थे।
विदेशी निवेशकों की सक्रियता
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने 7 और 8 अक्टूबर 2025 को बाजार में भारी निवेश किया। 7 तारीख को उन्होंने 1,440 करोड़ रुपये और 8 तारीख को 81.28 करोड़ रुपये का निवेश किया। इसी दौरान, घरेलू निवेशकों ने भी बाजार में विश्वास दिखाते हुए दोनों दिनों में निवेश किया। 7 तारीख को उन्होंने 452.57 करोड़ रुपये और 8 अक्टूबर को 329.96 करोड़ रुपये का निवेश किया।
सितंबर में बिकवाली का रिकॉर्ड
हालांकि, पिछले 2 दिनों में निवेशकों ने बाजार में पैसा डाला है, लेकिन पिछले 3 महीनों में उन्होंने भारी बिकवाली की है। सितंबर में, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने भारतीय शेयर बाजार में 23,885 करोड़ रुपये के शेयर बेचे, जो लगातार तीसरे महीने की भारी बिकवाली को दर्शाता है। डिपॉजिटरी आंकड़ों के अनुसार, 2025 में अब तक विदेशी निवेशकों ने कुल 1.58 लाख करोड़ रुपये की बिकवाली की है। इससे पहले अगस्त में 34,990 करोड़ रुपये और जुलाई में 17,700 करोड़ रुपये की निकासी हुई थी.