पर्सनल लोन लेते समय ध्यान देने योग्य महत्वपूर्ण बातें
ब्याज दर से अधिक जानें
जब आप पर्सनल लोन के लिए आवेदन करते हैं, तो आपकी प्राथमिकता अक्सर ब्याज दर (Interest Rate) होती है, जैसे कि 10% या 12%. यह सोचकर कि यही लोन की लागत को निर्धारित करेगा, आप आगे बढ़ते हैं। लेकिन, असलियत यह है कि लोन का कुल खर्च उस दर के पीछे छिपा होता है, जिसे हम अक्सर अनदेखा कर देते हैं। केवल ब्याज दर पर निर्भर रहना एक बड़ी गलती हो सकती है।
ब्याज दर का प्रभाव
मान लीजिए, आप ₹5 लाख का पर्सनल लोन 3 साल के लिए लेते हैं। यदि ब्याज दर 11% है, तो आपको लगभग ₹89,296 का ब्याज चुकाना होगा। वहीं, अगर ब्याज दर 13% हो जाए, तो यह बढ़कर ₹1,06,491 तक पहुंच जाएगा। इस तरह, केवल 2% की वृद्धि से आपकी कुल लागत में ₹17,195 का इजाफा हो जाता है।
लोन प्रोफाइल का महत्व
बैंक या एनबीएफसी लोन देने से पहले आपकी पूरी वित्तीय स्थिति का आकलन करते हैं। यदि आपकी सैलरी अच्छी है, नौकरी स्थायी है, और आपका क्रेडिट स्कोर (Credit Score) मजबूत है, तो आप उनके लिए कम जोखिम वाले ग्राहक माने जाएंगे। ऐसे में आपको कम ब्याज दर पर लोन मिल सकता है।
छिपे हुए खर्चों का ध्यान रखें
पर्सनल लोन में ब्याज के अलावा कुछ 'हिडेन चार्ज' होते हैं, जिनके बारे में जानना आवश्यक है। यदि आप इनसे अनजान रहेंगे, तो आपको बाद में परेशानी हो सकती है। प्रोसेसिंग फीस: यह लोन की राशि का 1-3% हो सकता है। प्रीपेमेंट चार्ज: यदि आप लोन जल्दी चुकाना चाहते हैं, तो बैंक पेनल्टी ले सकते हैं। लेट पेमेंट चार्ज: यदि आप किसी महीने की EMI चुकाने में देरी करते हैं, तो आपको भारी जुर्माना भरना पड़ सकता है।
APR का महत्व
लोन लेते समय केवल ब्याज दर पर ध्यान न दें, बल्कि Annual Percentage Rate (APR) पर भी ध्यान दें। यह दर ब्याज के साथ-साथ प्रोसेसिंग फीस और अन्य चार्ज भी शामिल करती है। इससे आपको लोन की कुल लागत का सही अंदाजा होगा। इसके अलावा, EMI कैलकुलेटर का उपयोग करें और यह सुनिश्चित करें कि आपको बिना भारी चार्ज के लोन जल्दी चुकाने की सुविधा मिल रही है या नहीं।