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पटना में जल्द शुरू होगी वाटर मेट्रो सेवा, 908 करोड़ का होगा खर्च

पटना में जल्द ही वाटर मेट्रो सेवा का शुभारंभ होने जा रहा है, जिसमें 908 करोड़ रुपये का निवेश किया गया है। यह सेवा हाइब्रिड इलेक्ट्रिक जहाजों के माध्यम से सुरक्षित और प्रदूषण-मुक्त यात्रा की सुविधा प्रदान करेगी। इस परियोजना का उद्देश्य पटना में पर्यटन को बढ़ावा देना और शहरी जल परिवहन प्रणाली का विकास करना है। जानें इस सेवा के रूट और विशेषताओं के बारे में।
 

पटना में वाटर मेट्रो सेवा का आगाज़

पटना में वाटर मेट्रो शुरू करने को लेकर समझौता

बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले, राजधानी पटना में नई सुविधाओं का आगाज़ हो रहा है। अब, यहां जल्द ही वाटर मेट्रो सेवा शुरू होने जा रही है। बिहार सरकार के पर्यटन विभाग और IWAI ने इस सेवा के लिए एक महत्वपूर्ण समझौता किया है। यह सेवा हाइब्रिड इलेक्ट्रिक जहाजों के माध्यम से सुरक्षित, आरामदायक और प्रदूषण-मुक्त यात्रा की सुविधा प्रदान करेगी, जिससे राज्य में पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।

पटना में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए, बिहार सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया है। राज्य के पर्यटन विभाग ने भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण (IWAI) के साथ 19 सितंबर को गुजरात के भावनगर में एक महत्वपूर्ण समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किए। इस पहल का उद्देश्य राजधानी पटना में पर्यटन को बढ़ावा देना और एक प्रभावी शहरी जल परिवहन प्रणाली का विकास करना है। इस सेवा के शुरू होने से लोगों को सुरक्षित और पर्यावरण के अनुकूल परिवहन की सुविधा मिलेगी।


यात्री क्षमता और जलयान की विशेषताएँ

कितने यात्री एक साथ कर सकेंगे यात्रा

पटना अब उन 18 शहरों में शामिल हो गया है, जहां आधुनिक शहरी जल परिवहन प्रणाली विकसित की जा रही है।

इस प्रोजेक्ट के तहत अत्याधुनिक हाइब्रिड इलेक्ट्रिक कैटामरान जलयान ‘MV निशादराज’ का संचालन किया जाएगा, जो बैटरी और हाइब्रिड दोनों मोड में चलने में सक्षम है। इस जलयान की क्षमता लगभग 100 यात्रियों की है, जिसमें 2 व्हीलचेयर की सुविधा भी होगी। इसे पूरी तरह वातानुकूलित और आरामदायक सुविधाओं के साथ तैयार किया जाएगा।


908 करोड़ का प्रोजेक्ट

900 करोड़ से अधिक का प्रोजेक्ट

गुजरात के भावनगर में एक भव्य समारोह में केंद्रीय मंत्री सर्वानंद सोनोवाल और श्री मनसुख मांडवीय की उपस्थिति में, 908 करोड़ रुपये की लागत से शहरी जल मेट्रो प्रोजेक्ट के विकास के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। IWAI के चेयरमैन सुनील कुमार सिंह और बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम के प्रबंध निदेशक नंद किशोर ने इस पर हस्ताक्षर किए।

बिहार के पर्यटन मंत्री राजू कुमार सिंह ने बताया कि यह प्रोजेक्ट पटना में पर्यटन को बढ़ावा देने में सहायक होगा। इसके शुरू होने से शहरी परिवहन क्षेत्र को भी लाभ होगा। पटना के निवासी और पर्यटक जलमार्ग के माध्यम से एक नई स्मार्ट, सुरक्षित और टिकाऊ यात्रा का अनुभव करेंगे।


वाटर मेट्रो का रूट

कहां से कहां तक चलेगी वाटर मेट्रो

पर्यटन सचिव लोकेश कुमार सिंह ने बताया कि शहरी वाटर मेट्रो प्रोजेक्ट के तहत पटना में दीघा घाट से कंगन घाट तक इसका संचालन किया जाएगा। यह दीघा पर्यटन घाट से शुरू होकर NIT घाट और गाय घाट होते हुए कंगन घाट तक जाएगी। इस मेट्रो का पटना में जल्द ही ट्रायल किया जाएगा।

उन्होंने यह भी बताया कि भविष्य में 10 और स्थानों को चिन्हित किया जाएगा, जिससे शहर के जल पर्यटन प्रणाली में बड़े बदलाव की उम्मीद है। इस सेवा के शुरू होने से प्रदूषण और यात्रा समय में कमी आएगी, और यह पर्यटन और स्थानीय विकास को नई दिशा देगी।