तिब्बत में भूकंप से भारी तबाही, 95 लोगों की जान गई
तिब्बत और नेपाल में भूकंप का असर
मंगलवार को तिब्बत और नेपाल में भूकंप के झटके महसूस किए गए, जिससे भारत और बांग्लादेश के कुछ हिस्सों में भी हलचल हुई। भूकंप का केंद्र तिब्बत था, जहां 7.1 की तीव्रता का एक शक्तिशाली झटका आया।
चीन के अधिकारियों के अनुसार, नेपाल की सीमा के निकट तिब्बत में आए इस भूकंप में अब तक 95 लोगों की जान चली गई है और 130 लोग घायल हुए हैं।
भूकंप का केंद्र शिगाजे शहर में था, जहां डिंगरी काउंटी में झटके महसूस किए गए। हालांकि, चीन ने भूकंप की तीव्रता 6.8 बताई। यह भूकंप 10 किलोमीटर की गहराई पर आया। यूएसजीएस की रिपोर्ट के अनुसार, सुबह लगभग सात बजे के आसपास एक घंटे में कम से कम छह बार चार से पांच तीव्रता के झटके दर्ज किए गए।
भूकंप सुबह लगभग 6:52 बजे आया। नेपाल के काठमांडू, धाडिंग, सिंधुपालचौक, कावरे, मकवानपुर और अन्य जिलों में झटके महसूस किए गए। उत्तर भारत के कई शहरों में भी भूकंप के झटके आए, लेकिन भारत में किसी हताहत की सूचना नहीं है।
यह भूकंप इतना शक्तिशाली था कि नेपाल के लोग भयभीत हो गए। इसने 2015 में आए विनाशकारी भूकंप की याद दिला दी, जिसमें 9000 लोग मारे गए थे.
भूकंप के कारण
कैसे आते हैं भूकंप?
हाल के दिनों में दिल्ली NCR में भूकंप की घटनाएं बढ़ी हैं। पृथ्वी सात टेक्टोनिक प्लेटों से बनी है, जो लगातार अपनी जगह पर घूमती रहती हैं। कभी-कभी इन प्लेटों के बीच टकराव या घर्षण होता है, जिससे भूकंप का अनुभव होता है। भूकंप की तीव्रता से बड़े विनाश का खतरा बना रहता है।