हनुमान जी को सरसों का तेल अर्पित करने के लाभ और विधि
हनुमान जी से जुड़े उपाय
हनुमान जी की पूजा के विशेष उपाय: लोग हनुमान जी की पूजा करने के लिए कई तरीके अपनाते हैं और उनके आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। इनमें से एक खास तरीका है हनुमान जी को सरसों का तेल अर्पित करना। यह केवल परंपरा के लिए नहीं किया जाता, बल्कि जीवन की कठिनाइयों से राहत पाने के लिए, विशेषकर शनि की साढ़ेसाती या ढैया के दौरान। सरसों का तेल अर्पित करने से न केवल शनिदेव प्रसन्न होते हैं, बल्कि यह व्यक्ति के जीवन में बाधाओं और नकारात्मक ऊर्जा को कम करने में भी मदद करता है। यह उपाय तब सबसे अधिक फलदायी होता है जब इसे श्रद्धा, विश्वास और भक्ति के साथ किया जाए। आइए जानते हैं ज्योतिषी रवि पराशर से।
हनुमान जी को सरसों का तेल कब और कैसे अर्पित करें
1. सही दिन का चयन करें
हनुमान जी को तेल अर्पित करने का सबसे अच्छा समय मंगलवार और शनिवार है। मंगलवार हनुमान जी का दिन है, जबकि शनिवार शनिदेव का। इन दिनों तेल अर्पित करने से शनि की परेशानियों से राहत मिलती है।
2. पूजा से पहले की तैयारी
1. पहले स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र पहनें।
2. मन को पूरी तरह से शुद्ध करें और भक्ति के साथ पूजा के लिए तैयार हों।
3. पूजा के लिए हनुमान जी की साफ मूर्ति या चित्र रखें।
3. तेल और दीपक की व्यवस्था
1. मिट्टी या सुरक्षित दीपक में सरसों का तेल लें।
2. हनुमान जी की मूर्ति पर थोड़ा सा तेल भी अर्पित करें।
4. मंत्र का जाप करें
1. तेल अर्पित करते समय 'ॐ हनुमते नमः' या 'ॐ श्री हनुमते नमः' का जाप करें।
2. श्रद्धा और सम्मान के साथ मंत्र का उच्चारण करें।
5. पाठ और प्रार्थना
1. तेल अर्पित करने के बाद हनुमान चालीसा, सुंदरकांड, या बजरंग बाण का पाठ करें।
2. नियमित रूप से इन ग्रंथों का पाठ करने से जीवन में सुख, शांति और सफलता मिलती है।
6. प्रसाद अर्पित करें
1. पूजा समाप्त होने के बाद हनुमान जी को गुड़ और चने का प्रसाद अर्पित करें।
2. प्रसाद लेने से पहले मन को शुद्ध रखें।
हनुमान जी को सरसों का तेल अर्पित करने के लाभ
1. शनि का दर्द कम होता है
1. साढ़ेसाती, ढैया, या शनि की महादशा से उत्पन्न परेशानियों से राहत मिलती है।
2. शनिदेव की क्रूर दृष्टि शांत होती है।
2. नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है
1. यह जीवन में बाधाओं और दुखों को कम करने में मदद करता है।
2. व्यक्ति को साहस, शक्ति और आत्मविश्वास मिलता है।
3. सफलता और प्रगति प्राप्त होती है
1. नियमित पूजा से कार्य में सफलता और मानसिक शांति मिलती है।
2. घर और परिवार में सुख और शांति बनी रहती है।
4. आध्यात्मिक अनुभव
1. हनुमान जी की भक्ति से मानसिक संतुलन और ध्यान की शक्ति बढ़ती है।
2. जीवन की समस्याओं का सामना साहस और धैर्य के साथ करना आसान होता है।
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