योग को जीवन का अभिन्न हिस्सा बनाने का आह्वान: हरियाणा के मुख्यमंत्री
योग का महत्व और नई पहल
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने शनिवार को योग को केवल व्यायाम नहीं, बल्कि जीवन जीने की कला बताया। उन्होंने लोगों से इसे अपने जीवन का अनिवार्य हिस्सा बनाने की अपील की।
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि सभी सरकारी कार्यालयों में पांच मिनट का योग ब्रेक कार्यक्रम शुरू किया जाएगा।
यह घोषणा उन्होंने ब्रह्मसरोवर पर अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में की, जिसमें योग गुरु रामदेव ने सत्र का नेतृत्व किया।
इस अवसर पर हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय, आयुष एवं स्वास्थ्य मंत्री कुमारी आरती सिंह राव और सांसद नवीन जिंदल भी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि राज्य में 100 नए योग केंद्र और व्यायामशालाएं स्थापित की जाएंगी।
सैनी ने बताया कि हरियाणा में 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन 27 मई से शुरू हो गया था और राज्यभर में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि इस वर्ष योग दिवस की थीम ‘एक विश्व, एक स्वास्थ्य के लिए योग’ है, जो मानवता के कल्याण के लिए समर्पित है।
मुख्यमंत्री ने कहा, “योग केवल कसरत नहीं है, बल्कि यह स्वस्थ जीवन जीने का एक महत्वपूर्ण विज्ञान है।”
उन्होंने यह भी घोषणा की कि राज्य में योग विषय पर शोध को बढ़ावा देने के लिए ‘योग लेखक प्रोत्साहन योजना’ शुरू की जाएगी, जिसके तहत हर वर्ष उत्कृष्ट लेखकों को सम्मानित किया जाएगा।
इसके अलावा, हरियाणा के कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में योग पाठ्यक्रम शुरू किए जाएंगे और खेल विभाग में 40 योग प्रशिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी।
उन्होंने बताया कि श्रीकृष्ण आयुष विश्वविद्यालय में एक अंतरराष्ट्रीय ध्यान केंद्र के लिए सभागार का निर्माण किया जाएगा।