मोर पंख के महत्व और सही दिशा में रखने के उपाय
मोर पंख का महत्व
मोर पंख को भगवान श्री कृष्ण के साथ जोड़ा जाता है, क्योंकि उन्हें मोर और इसके पंखों से विशेष प्रेम है। वास्तु शास्त्र में भी मोर पंख का विशेष महत्व है, इसे घर में रखने से सुख और समृद्धि का वास होता है। स्कूल के दिनों में हम अक्सर अपनी किताबों में मोर पंख रखते थे, और कई लोग आज भी इसे अपने घर में रखना पसंद करते हैं, जिससे आर्थिक लाभ की उम्मीद होती है।
मोर पंख रखने के नियम
ध्यान रखने योग्य बातें:
मोर पंख को पैरों के नीचे रखकर सोना नहीं चाहिए, क्योंकि इससे घर में तनाव और क्लेश का माहौल बन सकता है। बिस्तर पर मोर पंख रखना भी उचित नहीं है, लेकिन आप इसे अपने तकिए के नीचे रख सकते हैं, बशर्ते कि पहले सफाई की जाए।
कुछ लोग मोर पंख का उपयोग सजावट के लिए करते हैं, लेकिन वास्तु के अनुसार इसे एक विशेष स्थान पर रखना चाहिए, जहां कोई अन्य खिलौने या टूटी-फूटी चीजें न हों। इससे घर में सुख और समृद्धि बनी रहती है।
कई लोग मोर पंख का उपयोग अपनी कला और रचनात्मकता में करते हैं, लेकिन इससे यह केवल सजावटी सामान बनकर रह जाता है। भाग्य और सकारात्मक ऊर्जा से जुड़ी चीजों को उपहार में देने से बचना चाहिए, क्योंकि ऐसा करने से घर की सकारात्मक ऊर्जा बाहर चली जाती है और खर्चे बढ़ सकते हैं।
कभी-कभी लोग मोर को परेशान करते हैं, जो गलत है। मोर जब नाचता है या उड़ता है, तो उसके पंख खुद ही टूटकर गिर जाते हैं, और ऐसा गिरा हुआ मोर पंख शुभ माना जाता है। इससे आपके भाग्य में वृद्धि होती है।