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नागरमोथा: एक बहुगुणी औषधि के अद्भुत लाभ

नागरमोथा, जिसे मोथा भी कहा जाता है, एक बहुगुणी आयुर्वेदिक औषधि है। यह पौधा कई स्वास्थ्य समस्याओं में सहायक होता है, जैसे आँखों की समस्याएँ, सूखी खाँसी, बुखार, और माहवारी के दर्द में राहत। इसके अद्भुत लाभों के बारे में जानें और इसके उपयोग के तरीकों को समझें। हालांकि, इसका सेवन करने से पहले किसी योग्य चिकित्सक से सलाह लेना आवश्यक है।
 

नागरमोथा की विशेषताएँ


नागरमोथा, जिसे मोथा के नाम से भी जाना जाता है, एक बहुपरकारी आयुर्वेदिक औषधि है, जिसका उपयोग विभिन्न दवाओं के निर्माण में किया जाता है। यह एक छोटा सा पौधा है, जिसकी ऊँचाई 7 से 40 सेंटीमीटर तक होती है। इसके हरे पत्ते और भूरे रंग की जड़ें कई औषधीय गुणों से भरपूर होती हैं।


यह पौधा आमतौर पर जलवायु में पाया जाता है और इसकी तासीर ठंडी होती है। इसके बीज नारियल के समान दिखते हैं। आयुर्वेद में इसे अत्यधिक लाभकारी माना गया है। आइए जानते हैं कि नागरमोथा का सेवन करने से हमें क्या-क्या लाभ मिल सकते हैं।


नागरमोथा के अद्भुत फ़ायदे


  1. आँखों के लिए लाभकारी: आँखों में लालपन, सू dryness, या रात में कम दिखाई देने की समस्या में नागरमोथा का उपयोग करें।



    • उपयोग विधि: नागरमोथा को बकरी के दूध और पानी के साथ मिलाकर एक पतला लेप बनाएं और इसे आँखों में काजल की तरह लगाएं।

    • महत्वपूर्ण सलाह: इसका उपयोग करने से पहले किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक से परामर्श लें, क्योंकि कुछ लोगों पर इसका विपरीत प्रभाव हो सकता है।



  2. सूखी खाँसी में राहत: सूखी खाँसी के लिए नागरमोथा का सेवन लाभकारी होता है।



    • उपयोग विधि: एक बर्तन में पानी डालकर उसमें नागरमोथा उबालें। जब यह आधे से कम रह जाए, तो गैस बंद कर दें और इसे छानकर शहद मिलाएं।

    • सेवन: इस काढ़े का सेवन दिन में तीन बार करें।

    • सावधानी: जुकाम होने पर इसका सेवन न करें।



  3. बुखार में राहत: बुखार के दौरान नागरमोथा का काढ़ा पीने से बुखार कम होता है।



    • उपयोग विधि: नागरमोथा का काढ़ा बनाते समय इसमें गिलोय का पानी मिलाएं।

    • अतिरिक्त सामग्री: काढ़े में काली मूसली और सोंठ भी मिलाई जा सकती है।



  4. महावारी के दर्द में राहत: माहवारी के दौरान दर्द से राहत के लिए नागरमोथा का काढ़ा पीना फायदेमंद होता है।



    • उपयोग विधि: माहवारी के समय दर्द होने पर नागरमोथा का काढ़ा पिएं।

    • फायदा: यह दर्द को कम करने में मदद करता है।



  5. त्वचा रोगों में लाभ: नागरमोथा त्वचा के रोगों को दूर करने में सहायक है।



    • उपयोग विधि: त्वचा की समस्याओं के लिए इस पौधे का लेप लगाना लाभकारी होता है।

    • फायदा: यह झुर्रियों को कम करने और रंगत को निखारने में मदद करता है।




निष्कर्ष

नागरमोथा एक अनमोल प्राकृतिक औषधि है, जो कई स्वास्थ्य समस्याओं में सहायक हो सकती है। हालांकि, किसी भी आयुर्वेदिक औषधि का सेवन करने से पहले योग्य चिकित्सक या आयुर्वेदाचार्य से सलाह लेना आवश्यक है।