दीपक जलाने के सही तरीके: घी बनाम तेल
दीपक का महत्व
हिंदू धर्म में देवी-देवताओं की पूजा के लिए दीपक जलाना अत्यंत महत्वपूर्ण है। पूजा की प्रक्रिया में आरती और दीपक की रोशनी का विशेष स्थान होता है। लेकिन दीपक जलाते समय कई लोग यह सोचते हैं कि उन्हें घी का दीपक लगाना चाहिए या तेल का। किस दीपक का उपयोग कब और कैसे करना चाहिए? आज हम इन सभी सवालों के उत्तर देंगे।
घी का दीपक
हिंदू धर्म में घी का दीपक जलाना बहुत शुभ माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि घी का दीपक जलाने से भगवान जल्दी प्रसन्न होते हैं और भक्तों की इच्छाएं पूरी करते हैं। इसे सुबह और शाम दोनों समय जलाना उचित होता है। ध्यान रखें कि घी शुद्ध होना चाहिए, मिलावट वाला नहीं।
घी का दीपक और उसके लाभ
घी का दीपक घर में लक्ष्मी का वास लाता है। मां लक्ष्मी के सामने इसे जलाने से घर में समृद्धि बनी रहती है। यह दीपक शिवजी, गणेशजी और विष्णुजी के लिए भी लाभकारी होता है। इससे दुखों का नाश होता है और घर में खुशियों का आगमन होता है।
घी का दीपक जलाने का तरीका
घी का दीपक हमेशा भगवान के दाईं ओर जलाना चाहिए। इससे घर का वास्तु दोष समाप्त होता है और नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है। दीपक में सफेद रंग की खड़ी बत्ती का उपयोग करना चाहिए, जिससे सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
तेल का दीपक
तेल का दीपक भी हिंदू धर्म में जलाने की परंपरा है। यह भी घी के दीपक की तरह पवित्र माना जाता है। जो लोग घी का दीपक नहीं जला सकते, वे तेल का दीपक भी लगा सकते हैं। इसे भी सुबह और शाम जलाना चाहिए। मूंगफली, सोयाबीन, सरसों या तिल का तेल उपयोग किया जा सकता है।
तेल का दीपक और उसके लाभ
तेल का दीपक जलाने से भी कई लाभ होते हैं। कुछ देवी-देवताओं को केवल तेल का दीपक ही प्रिय होता है, जैसे हनुमानजी और शनिदेव। इन्हें मंगलवार और शनिवार को सरसों या तिल के तेल का दीपक लगाना चाहिए।
तेल का दीपक जलाने का तरीका
तेल का दीपक जलाने से आपके दुख दूर होते हैं और शत्रु आपके घर से दूर रहते हैं। इसे भगवान के बाईं ओर जलाना चाहिए, जिससे नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होती है। इस दीपक में लाल रंग की लंबी बत्ती का उपयोग करना चाहिए।