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घर में शंख रखने के लिए महत्वपूर्ण नियम और सावधानियाँ

शंख का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है, लेकिन इसे घर में रखने के लिए कुछ नियमों का पालन करना आवश्यक है। सही दिशा, साफ-सफाई, और नियमित पूजा जैसे महत्वपूर्ण पहलुओं पर ध्यान देना चाहिए। जानें कि कैसे शंख को सही तरीके से रखा जाए और किन गलतियों से बचना चाहिए। इस लेख में शंख रखने के सभी आवश्यक नियमों की जानकारी दी गई है, जो आपके धार्मिक कार्यों में सहायक होगी।
 

शंख रखने के नियम

शंख रखने के नियम

शंख का महत्व: हिंदू धर्म में शंख का विशेष स्थान है, जिसे पूजा में अनिवार्य रूप से शामिल किया जाता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, शंख का निर्माण समुद्र मंथन के समय हुआ था और यह भगवान विष्णु का प्रिय वाद्य यंत्र है। इसलिए, इसे पूजा और पवित्र कार्यों में रखा जाता है। हालांकि, घर में शंख रखने के लिए कुछ नियमों का पालन करना आवश्यक है, अन्यथा समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। आइए जानते हैं कि वास्तु के अनुसार घर में शंख रखने के नियम क्या हैं।

घर में शंख रखने के नियम

सही दिशा: शंख को घर के मंदिर के पास या ईशान कोण (उत्तर-पूर्व दिशा) में रखना चाहिए, क्योंकि यह दिशा शुभ मानी जाती है।

साफ-सफाई: शंख को हमेशा स्वच्छ स्थान पर रखना चाहिए। इसे बजाने के बाद साफ पानी से धोकर ही वापस रखना चाहिए।

जमीन पर न रखें: पूजा के समय शंख को कभी भी जमीन पर नहीं रखना चाहिए। इसे एक साफ कपड़े या स्टैंड पर रखना चाहिए।

सही तरीका: बजाने वाले शंख को भगवान विष्णु, लक्ष्मी या बाल गोपाल की मूर्ति के दाहिनी ओर रखना चाहिए। शंख का खुला भाग ऊपर की ओर होना चाहिए।

नियमित पूजा: घर में रखे शंख की नियमित पूजा करनी चाहिए। इसके साथ धूप, दीप और फूल अर्पित करना चाहिए।

दो शंख रखें: घर में दो शंख रखने की सलाह दी जाती है – एक पूजा के लिए और दूसरा बजाने के लिए।

बजाने का नियम: पूजा में उपयोग होने वाले शंख को बजाना नहीं चाहिए। बजाने के लिए दूसरे शंख का उपयोग करना चाहिए।

शिव पूजा: शिव जी की पूजा में शंख का उपयोग नहीं करना चाहिए, क्योंकि मान्यता है कि शिव जी ने शंखचूर्ण राक्षस का वध किया था।

खाली न रखें: पूजा के बाद शंख को खाली नहीं रखना चाहिए। यदि उसमें कुछ नहीं रख सकते, तो जल भरकर रखें। शंख के जल को पूरे घर में छिड़कने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।