घर के मंदिर में न रखें ये 5 चीजें, वरना हो सकता है नुकसान
घर का मंदिर: एक पवित्र स्थान
Mandir: घर का मंदिर केवल पूजा का स्थान नहीं है, बल्कि यह एक पवित्र स्थल है जहाँ परिवार के सदस्य अपने देवताओं से आशीर्वाद लेते हैं। कई बार अनजाने में की गई कुछ गलतियाँ न केवल देवताओं को नाराज कर सकती हैं, बल्कि हमारे भाग्य पर भी असर डाल सकती हैं। यदि आप अपने जीवन में सुख और समृद्धि की कामना करते हैं, तो इन पांच सामान्य गलतियों से बचना आवश्यक है। आइए जानते हैं वे गलतियाँ जो आपके मंदिर की पवित्रता को प्रभावित कर सकती हैं और देवताओं की कृपा को दूर कर सकती हैं।
1. मंदिर के ऊपर सामान रखना
घर के मंदिर के ऊपर कभी भी सामान नहीं रखना चाहिए। अक्सर लोग मंदिर के ऊपर अगरबत्ती, दीपक की बाती, आरती की किताबें, गंगाजल और अन्य पूजा सामग्री रख देते हैं। ऐसा करना भूल से भी नहीं करना चाहिए, क्योंकि इससे मंदिर की पवित्रता भंग होती है और यह घर के सदस्यों, विशेषकर गृहस्वामी के लिए नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। इस तरह की अनियमितताएँ कर्ज और आर्थिक संकट को बढ़ा सकती हैं, इसलिए हमेशा ध्यान रखें कि मंदिर एक पवित्र स्थान है और इसे अव्यवस्था से दूर रखना आवश्यक है।
2. एक ही देवता की एक मूर्ति रखें
घर के मंदिर में एक ही देवता की एक से अधिक मूर्तियाँ या चित्र नहीं रखनी चाहिए। ऐसा करना वास्तु के नियमों के खिलाफ है और इससे देवताओं की पंचायतन व्यवस्था में असंतुलन पैदा होता है। जब एक ही देवता की कई मूर्तियाँ होती हैं, तो यह श्रद्धा और भक्ति के बजाय द्वंद्व का कारण बन सकता है। इससे घर की वास्तु पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है, जो अंततः परिवार के सदस्यों के जीवन में अशांति ला सकता है।
3. लोहे की वस्तुओं से बचें
हिंदू धर्म में यह मान्यता है कि लोहे की वस्तुओं में शनिदेव का वास होता है। इसलिए, घर के मंदिर में लोहे की चीजें नहीं रखनी चाहिए। मंदिर में लोहे की वस्तु रखने से देवताओं की कृपा प्रभावित होती है और भाग्य वृद्धि भी रुक सकती है। यदि आप अपने जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और समृद्धि चाहते हैं, तो लोहे की वस्तुओं को मंदिर से दूर रखें।
4. सामान्य बर्तनों में प्रसाद न बनाएं
कई घरों में लोग अक्सर भूलवश भगवान के प्रसाद को सामान्य खाने के बर्तनों में बना लेते हैं, जो कि एक गंभीर गलती है। ऐसा करना न केवल धार्मिक दृष्टि से गलत है, बल्कि इससे परिवार के सौभाग्य पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। यदि आपके पास प्रसाद के लिए अलग बर्तन नहीं है, तो केले के पत्ते या नए बर्तन का उपयोग करें। यह न केवल प्रसाद की पवित्रता को बनाए रखता है, बल्कि घर में सकारात्मक ऊर्जा को भी बढ़ाता है।
5. पूजा घर में रखें केवल एक शंख
हिंदू धर्म के विद्वानों का मानना है कि घर के पूजा घर में शंख की संख्या हमेशा एक होनी चाहिए। एक से अधिक शंख रखने से पूजा की पवित्रता प्रभावित हो सकती है। यदि आपके पूजा घर में एक से अधिक शंख हैं, तो उन्हें किसी पवित्र नदी में विसर्जित करना चाहिए। यह न केवल धार्मिक अनुशासन के अनुसार है, बल्कि इससे घर में शांति और सकारात्मकता भी बनी रहती है।