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हाई ब्लड प्रेशर के लिए प्रभावी आयुर्वेदिक उपचार

हाई ब्लड प्रेशर एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है, लेकिन आयुर्वेद में इसके लिए कई प्रभावी उपाय मौजूद हैं। इस लेख में दालचीनी, मेथी दाना, अर्जुन की छाल, और लौकी के रस जैसे प्राकृतिक उपचारों के बारे में जानकारी दी गई है। जानें कैसे ये उपाय आपके ब्लड प्रेशर को नियंत्रित कर सकते हैं और स्वास्थ्य में सुधार ला सकते हैं।
 

हाई ब्लड प्रेशर: एक गंभीर समस्या


हाई ब्लड प्रेशर एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है। इसके उपचार के लिए तीन प्रमुख प्राणायाम करने की सलाह दी जाती है: हस्तरेखा (5 मिनट), कपालभाति (30 मिनट), और अलोम-विलोम (30 मिनट)। इसके अलावा, एक सस्ती और प्रभावी आयुर्वेदिक दवा है, जिसमें दालचीनी का उपयोग किया जाता है। सबसे पहले, दालचीनी को धूप में सुखाकर पीस लें। जब यह पाउडर बन जाए, तो आधा चम्मच दालचीनी पाउडर को गर्म पानी के साथ सुबह खाली पेट लें। यदि आप चाहें, तो इसमें आधा चम्मच शहद भी मिला सकते हैं। यह उपाय दो महीने तक करें, जिससे हाई ब्लड प्रेशर में सुधार होगा।


इस विडियो में देखिए हाई ब्लड प्रेशर का इलाज >>


https://youtube.com/watch?v=ZGfFC-Rs5EM


एक अन्य आयुर्वेदिक उपाय मेथी दाना है, जो डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर दोनों के लिए फायदेमंद है। रातभर आधा चम्मच मेथी दाना गर्म पानी में भिगोकर रखें और सुबह उस पानी को पी लें। यह उपाय भी 1.5 से 2 महीने में प्रभावी होता है।


अर्जुन की छाल भी एक प्रभावी उपाय है, जो आसानी से उपलब्ध होती है। इसे पीसकर पाउडर बनाकर गर्म पानी के साथ लें। यदि आप चाहें, तो इसे शहद में मिलाकर भी ले सकते हैं। यह न केवल हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करता है, बल्कि हृदय संबंधी समस्याओं में भी मदद करता है।


लौकी का रस भी एक बेहतरीन उपाय है। एक कप लौकी के रस में धनिया, पुदीना, तुलसी और काली मिर्च मिलाकर पीने से हृदय की बीमारियों में सुधार होता है।


बेल पत्थर के पत्ते भी हाई ब्लड प्रेशर और शुगर के लिए लाभकारी होते हैं। 5 बेल पत्थर के पत्तों को पीसकर चटनी बनाएं और उसे गर्म पानी में मिलाकर पिएं। यह उपाय भी जल्दी असर करता है।


अंत में, देसी गाय का ताजा मूत्र भी एक प्रभावी उपाय है। आधा कप मूत्र सुबह खाली पेट पीने से ब्लड प्रेशर में सुधार होता है।