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हरियाणा में शराब पार्टी का वीडियो वायरल, तहसील कार्यालय में मचा हड़कंप

हरियाणा के अंबाला में एक तहसील कार्यालय का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें लोग शराब के नशे में झूमते हुए नजर आ रहे हैं। इस वीडियो में प्राइवेट व्यक्तियों की मौजूदगी और शराब का सेवन गंभीर सवाल उठाता है। पूर्व में भी इन व्यक्तियों के खिलाफ कई शिकायतें की जा चुकी हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। जानें इस मामले में क्या हुआ और क्यों यह वीडियो चर्चा का विषय बना है।
 

हरियाणा के तहसील कार्यालय में शराब पार्टी का वीडियो


अंबाला में छावनी स्थित लघु सचिवालय के तहसील कार्यालय का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रहा है, जिसमें लोग शराब के नशे में झूमते हुए नजर आ रहे हैं। इस क्लिप में दो लोग पंजाबी गानों पर नाचते हुए दिखाई दे रहे हैं, जबकि एक अन्य व्यक्ति टेबल पर शराब के पैग बनाते हुए दिख रहा है।


टेबल पर देसी शराब की बोतल, पकोड़े, जरदा और सिगरेट की डिब्बी भी मौजूद हैं। एक व्यक्ति ने शराब से भरा ग्लास पकड़ा हुआ है और दोनों पंजाबी गाने पर नाच रहे हैं। वायरल वीडियो में तीसरा व्यक्ति इन दोनों के लिए पैग बनाते हुए भी नजर आता है।


इस वीडियो में दिख रहे लोग सरकारी कर्मचारी नहीं हैं, बल्कि प्राइवेट व्यक्ति बताए जा रहे हैं। इन पर पहले भी कई शिकायतें की जा चुकी हैं। 2005 में पूर्व पार्षद ओंकार नाथी ने विधायक से और 2021 में तत्कालीन गृहमंत्री अनिल विज से शिकायत की थी। इसके बावजूद, इनकी तहसील में मौजूदगी और दखल आज भी जारी है।


वीडियो जिस स्थान पर शूट किया गया, वहां हाल ही में एक स्कैनर लगाया गया है, जिससे केवल अधिकृत कर्मचारी ही प्रवेश कर सकते हैं। ऐसे में यह सवाल उठता है कि प्राइवेट व्यक्ति वहां कैसे पहुंचे और शराब का सेवन कैसे किया गया।


जहां रजिस्ट्री पंजीकृत होती है और जमाबंदी की कॉपी निकलती है, वहां आम आदमी का प्रवेश नहीं होता। ऐसे में यह जांच का विषय है कि वायरल वीडियो में नजर आ रहे प्राइवेट व्यक्ति वहां कैसे आए।


वायरल वीडियो जिस कमरे में बना, उसे कमरा नंबर 117 बताया जा रहा है, जो पटवारी सहायक का कार्यालय है। हालांकि, इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है। वीडियो की उम्र के बारे में भी कोई सटीक जानकारी नहीं है।


छावनी तहसील कार्यालय में प्राइवेट व्यक्तियों का इतना प्रभाव है कि कोई भी आज तक इनका कुछ नहीं बिगाड़ सका। 2005 में ओंकार नाथी ने इसकी शिकायत की थी, जिसके बाद कार्रवाई के आदेश दिए गए थे।


इसके बाद 2021 में नाथी ने गृहमंत्री अनिल विज को भी शिकायत की थी। विज ने जांच के आदेश दिए थे, लेकिन इसके बावजूद इन प्राइवेट व्यक्तियों की तहसील में एंट्री बंद नहीं हुई।


नाथी ने कहा कि यदि ये लोग मुझ जैसे व्यक्ति को दो-दो हजार रुपये के नोटों में तोल दें, तो भी इनके पास पैसे खत्म नहीं होंगे। यदि मैं गलत हूं, तो मेरे खिलाफ भी कार्रवाई की जाए।


गृहमंत्री अनिल विज ने 14 जून 2021 को ओंकार नाथी की शिकायत पर तुरंत एक्शन लिया था। आरटीए सचिव गौरी मिड्डा और रोडवेज जीएम मुनीष सहगल को जांच के निर्देश दिए गए थे।


जांच में हलका बब्याल के पटवारखाने में बाहरी व्यक्ति बीर सिंह को देखा गया। नाथी ने उनकी ओर इशारा किया। जब उनसे पूछा गया कि वे वहां क्या कर रहे हैं, तो उन्होंने बताया कि वे प्रॉपर्टी डीलरों का काम करवाने आए हैं।


नाथी ने कहा कि इनसे पूछो कि ये सरकारी रजिस्टर में इंद्राज किस अधिकार से कर रहे हैं।


14 जून 2021 को पटवारखाने के बाद दोनों अधिकारी तहसील कार्यालय पहुंचे। यहां आरटीए सचिव गौरी मिड्डा एक आम नागरिक बनकर पहुंची थीं।