हरियाणा के आईपीएस अधिकारी वाई पूरण कुमार ने आत्महत्या की, सुसाइड नोट में गंभीर आरोप
आईपीएस अधिकारी की आत्महत्या का मामला
हरियाणा कैडर के 2001 बैच के आईपीएस अधिकारी वाई पूरण कुमार ने मंगलवार को चंडीगढ़ के सेक्टर-11 स्थित अपने निवास पर निजी सुरक्षा अधिकारी की सर्विस रिवॉल्वर से आत्महत्या कर ली।
पुलिस को घटनास्थल से एक आठ पन्नों का सुसाइड नोट और एक पन्ने की वसीयत मिली है। सुसाइड नोट में उन्होंने कुछ आईपीएस और आईएएस अधिकारियों पर तंग करने का आरोप लगाया है, हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
पुलिस की जांच और आरोप
वाई पूरण, जो मूल रूप से आंध्र प्रदेश के निवासी हैं, को हाल ही में रोहतक रेंज के आईजी पद से हटाकर सुनारिया पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज में आईजी बनाया गया था। रोहतक के पुलिस अधीक्षक ने बताया कि शराब ठेकेदार प्रवीण बंसल की शिकायत पर उनके सुरक्षाकर्मी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी।
बंसल ने सुशील पर रिश्वत मांगने का आरोप लगाया है, जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में सुशील ने वाई पूरण का नाम लिया था।
सुसाइड नोट में गंभीर आरोप
सुसाइड नोट में वाई पूरण ने कई वरिष्ठ अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं, जिसमें जातिवाद और भेदभाव का जिक्र है। उन्होंने लिखा कि ये सभी कारण उन्हें आत्महत्या के लिए मजबूर कर रहे हैं।
पुलिस के अनुसार, वाई पूरण ने चंडीगढ़ स्थित अपने घर के बेसमेंट में बने साउंडप्रूफ मूवी थिएटर में खुद को गोली मारी। उनकी पत्नी और बड़ी बेटी इस समय विदेश में हैं।
घटनास्थल पर पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। उनकी पत्नी के लौटने के बाद पोस्टमार्टम कराया जाएगा।
चाइल्ड वेलफेयर कमेटी ने उनकी 17 वर्षीय बेटी से काउंसलिंग के लिए संपर्क किया, लेकिन वह सदमे में थी और बयान देने में असमर्थ थी।