हरियाणा के आईपीएस अधिकारी की संदिग्ध मौत: उत्पीड़न का आरोप
हरियाणा के आईपीएस अधिकारी की आत्महत्या का मामला
चंडीगढ़ में अपने निवास पर गोली लगने से मृत पाए गए हरियाणा कैडर के 52 वर्षीय आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार ने एक कथित 'सुसाइड नोट' में जाति आधारित भेदभाव, सार्वजनिक अपमान, मानसिक उत्पीड़न और अत्याचार का आरोप लगाया है। इस नोट में उन्होंने हरियाणा पुलिस के नौ सक्रिय आईपीएस अधिकारियों, एक सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी और तीन सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारियों का नाम लिया है।
पुलिस के अनुसार, वाई पूरन कुमार ने आत्महत्या करने के एक दिन बाद उनकी पत्नी ने यह दावा किया कि उनके पति की मौत उच्च अधिकारियों द्वारा सुनियोजित उत्पीड़न के कारण हुई। अमनीत पी. कुमार ने चंडीगढ़ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई और मांग की कि रोहतक के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी और एक उच्च अधिकारी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 108 (आत्महत्या के लिए उकसाना) और अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज की जाए।
अमनीत ने अधिकारियों की तत्काल गिरफ्तारी की भी मांग की। कई प्रयासों के बावजूद अधिकारियों से संपर्क नहीं हो सका। अमनीत हाल ही में जापान के आधिकारिक दौरे से लौटी थीं, जहां वह मुख्यमंत्री नायब सैनी के साथ गई थीं। वाई पूरन कुमार 2001 बैच के आईपीएस अधिकारी थे और उन्हें मंगलवार को चंडीगढ़ में उनके आवास पर मृत पाया गया।
हरियाणा के मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी समेत कुछ वरिष्ठ अधिकारियों ने अमनीत से मुलाकात की और अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं। सूत्रों के अनुसार, पूरन ने अपने आठ पन्नों के सुसाइड नोट में अपने करियर के दौरान आई कई समस्याओं का उल्लेख किया है। उन्होंने बताया कि कुछ अधिकारियों द्वारा उन्हें मानसिक प्रताड़ना दी गई थी।
कांग्रेस की वरिष्ठ नेता गीता भुक्कल समेत अन्य लोग अमनीत के सरकारी आवास पर संवेदना व्यक्त करने पहुंचे। भुक्कल ने कहा, 'यह घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्हें न्याय मिलना चाहिए और सरकार को गहन जांच करनी चाहिए।' शव का पोस्टमार्टम सेक्टर 16 स्थित सरकारी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में किया जाएगा।
पूरन कुमार हाल ही में रोहतक के सुनारिया में पुलिस प्रशिक्षण केंद्र के महानिरीक्षक के रूप में तैनात थे। उनका शव सेक्टर 11 स्थित घर के बेसमेंट में मिला, जहां उन्हें गोली लगी हुई थी। पुलिस ने बताया कि केंद्रीय फॉरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला की टीम ने घटनास्थल से कुछ साक्ष्य जुटाए हैं, जिसमें वह हथियार भी शामिल है, जिससे पूरन ने खुद को गोली मारी।
पुलिस ने बताया कि घटनास्थल से एक वसीयत और एक अंतिम नोट भी मिला है। इस बीच, रोहतक में एक शराब ठेकेदार ने एक हेड कांस्टेबल के खिलाफ रिश्वत मांगने की शिकायत दर्ज करवाई थी।
हेड कांस्टेबल सुशील कुमार को रोहतक पुलिस ने रिश्वतखोरी के आरोप में गिरफ्तार किया है और वह वर्तमान में न्यायिक हिरासत में हैं। शराब ठेकेदार ने आरोप लगाया कि सुशील ने पूरन कुमार के नाम पर ढाई लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी। पुलिस मामले की जांच कर रही है। पूरन कुमार इससे पहले रोहतक रेंज के आईजी पद पर तैनात थे और हाल ही में उनका तबादला सुनारिया में हुआ था।