हरियाणा कांग्रेस में नए अध्यक्ष की नियुक्ति पर विवाद गहराया
कांग्रेस में नियुक्ति को लेकर उठे सवाल
कांग्रेस पार्टी ने हाल ही में हरियाणा इकाई के नए अध्यक्ष के रूप में राव नरेंद्र सिंह की नियुक्ति की, जिसके बाद पार्टी में विरोध की लहर उठ गई। पूर्व मंत्री संपत सिंह ने इस नियुक्ति पर सवाल उठाते हुए कहा कि ‘सरकार चोरी’ करने वाले को फिर से पार्टी की जिम्मेदारी सौंपी गई है। उन्होंने यह भी कहा कि इस निर्णय से पार्टी के कार्यकर्ता निराश हैं और जनता का विश्वास भी खो रहा है।
29 सितंबर को राव नरेंद्र सिंह को हरियाणा का नया अध्यक्ष बनाया गया, जबकि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को विधायक दल का नेता नियुक्त किया गया। इसके बाद से पार्टी के भीतर असंतोष बढ़ गया है।
एक साल बाद की गई नियुक्ति
कांग्रेस पार्टी ने विधानसभा चुनाव में हार के लगभग एक साल बाद यह नियुक्तियां की हैं। राव नरेंद्र सिंह को पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा का करीबी माना जाता है, जिसके कारण उन्हें यह जिम्मेदारी सौंपी गई।
संपत सिंह ने उठाए गंभीर सवाल
संपत सिंह ने सोशल मीडिया पर लिखा कि 2005 में स्वर्गीय चौधरी भजन लाल के नेतृत्व में 67 सीटें आने के बाद पार्टी को नुकसान पहुंचाने वाले को फिर से जिम्मेदारी दी गई है। उन्होंने सवाल उठाया कि एक साल की चर्चा के बाद क्या यही बदलाव है? युवाओं को आगे क्यों नहीं लाया जा रहा? उन्होंने कहा कि इस निर्णय से पार्टी के निष्ठावान कार्यकर्ताओं का मनोबल गिर गया है।
वरिष्ठ नेता का आत्ममंथन का सुझाव
राव नरेंद्र की नियुक्ति के तुरंत बाद, पार्टी के वरिष्ठ नेता कैप्टन अजय सिंह यादव ने कहा कि पार्टी को अपने गिरते ग्राफ पर आत्ममंथन करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की इच्छा थी कि हरियाणा कांग्रेस का अध्यक्ष एक ऐसे व्यक्ति को बनाया जाए जिसकी छवि साफ-सुथरी हो, लेकिन वर्तमान निर्णय इसके विपरीत है।