×

हरियाणा IPS अफसर की आत्महत्या: केजरीवाल और कांग्रेस ने उठाए सवाल

हरियाणा के वरिष्ठ IPS अधिकारी वाई पूरन कुमार की आत्महत्या ने राजनीतिक हलचल पैदा कर दी है। अरविंद केजरीवाल ने इस मामले में सरकार पर निशाना साधा है, जबकि कांग्रेस ने आंदोलन की चेतावनी दी है। सुसाइड नोट में 15 IAS-IPS अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराया गया है। जानें इस मामले की पूरी कहानी और इसके पीछे के कारण।
 

केजरीवाल ने सरकार पर निशाना साधा


हरियाणा के वरिष्ठ IPS अधिकारी वाई पूरन कुमार के आत्महत्या मामले में आरोपों का सिलसिला शुरू हो चुका है। आत्महत्या के तीन दिन बाद, चंडीगढ़ पुलिस ने FIR दर्ज की है, जो IPS की पत्नी IAS अमनीत पी. कुमार द्वारा दर्ज कराई गई है। शिकायत में सुसाइड नोट का उल्लेख किया गया है। इस मामले पर आप के संयोजक अरविंद केजरीवाल और कांग्रेस ने सवाल उठाए हैं।


अरविंद केजरीवाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा कि दलित IPS अधिकारी पूरन कुमार को अपनी जाति के कारण इतना उत्पीड़न सहना पड़ा कि उन्होंने आत्महत्या कर ली। उन्होंने कहा कि दोषियों को कठोर सजा मिलनी चाहिए।


उन्होंने आगे कहा कि जब देश के मुख्य न्यायाधीश पर जूता फेंका गया, तब सोशल मीडिया पर दलितों का अपमान किया जा रहा है। बाबा साहब अंबेडकर को भी गालियाँ दी जा रही हैं। आज भारत को ये लोग कहाँ ले आए हैं?


कांग्रेस ने आंदोलन की चेतावनी दी

कांग्रेस के पूर्व मंत्री राज कुमार वेरका ने हरियाणा सरकार को चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि सरकार दलितों के नाम पर केवल दिखावा कर रही है, लेकिन कार्रवाई नहीं कर रही है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो देश के दलित एक बड़े आंदोलन में शामिल होंगे।


आईपीएस ने 15 IAS-IPS को जिम्मेदार ठहराया

पुलिस ने सुसाइड नोट के आधार पर आत्महत्या के लिए उकसाने और एससी/एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। सुसाइड नोट में जिन व्यक्तियों के नाम हैं, उन्हें आरोपी बनाया गया है। आईपीएस ने अपने नोट में 15 IAS-IPS अधिकारियों को अपनी मौत का जिम्मेदार बताया है और वरिष्ठ अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं।


अमनीत ने कहा- यह सुसाइड नहीं, मर्डर है

IPS अधिकारी वाई पूरन कुमार की पत्नी IAS अमनीत ने कहा कि यह सुसाइड नहीं, बल्कि मर्डर है। उन्होंने मुख्यमंत्री से मुलाकात के दौरान भी यही बात कही। अमनीत ने कहा कि अंतिम नोट में सब कुछ स्पष्ट है, और उसी आधार पर सभी के खिलाफ FIR, गिरफ्तारी और निलंबन की कार्रवाई होनी चाहिए।