हमास ने ट्रंप की शांति योजना को ठुकराया, युद्ध जारी रहने की चेतावनी
हमास ने ट्रंप की योजना को अस्वीकार किया
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हमास को सीजफायर के लिए एक 20-सूत्रीय योजना प्रस्तुत की थी, जिसे पहले स्वीकार किया गया था, लेकिन बाद में हमास के सैन्य प्रमुख इज्ज अल-दीन अल-हद्दाद ने इसे खारिज कर दिया। हद्दाद ने स्पष्ट किया है कि जब तक फिलिस्तीन की स्वतंत्रता की गारंटी नहीं मिलती, तब तक वे हथियार नहीं डालेंगे। ट्रंप ने हमास को चेतावनी दी है कि यदि वे समझौते का पालन नहीं करते हैं, तो उनका अंत दुखद होगा।
हमास के सैन्य प्रमुख का बयान
इज्ज अल-दीन अल-हद्दाद ने कहा है कि फिलिस्तीन की गारंटी मिलने तक हमास किसी भी स्थिति में हथियार नहीं डालेगा। रिपोर्टों के अनुसार, उन्होंने कतर में वार्ताकारों को निर्देश दिया है कि वे इस समझौते से पीछे हट जाएं और इजराइल के खिलाफ लड़ाई जारी रखें।
इज्ज अल-दीन अल-हद्दाद की भूमिका
याह्या और मोहम्मद सिनवार की मौत के बाद, इज्ज अल-दीन अल-हद्दाद को गाजा का कमांडर नियुक्त किया गया। वे हमास की सैन्य शाखा अल-कस्साम ब्रिगेड्स के प्रमुख हैं और उनके पास 48 बंधकों और हमास की सैन्य रणनीति पर नियंत्रण है।
इजरायल का दबाव
ट्रंप ने हमास को डेडलाइन दी है और चेतावनी दी है कि यदि वे समझौते का पालन नहीं करते हैं, तो उनका अंत दुखद होगा। इजरायल ने भी दबाव बढ़ाना शुरू कर दिया है, और नेतन्याहू सरकार ने कहा है कि गाजा में जो भी बचेगा, उसे आतंकी माना जाएगा।
हमास के लिए खतरे की घंटी
अमेरिका और इजरायल ने पहले ही हमास को चेतावनी दी है कि यदि वे शर्तों का पालन नहीं करते हैं, तो उन्हें समाप्त कर दिया जाएगा। यदि हमास फिलिस्तीन की गारंटी मांगता है और उसे नहीं मिलती है, तो युद्ध जारी रहेगा।
ट्रंप की योजना का विरोध
गाजा में युद्ध विराम को लेकर ट्रंप की एकतरफा शांति योजना के खिलाफ कई देशों में प्रदर्शन हो रहे हैं। अमेरिका, तुर्की, दक्षिण अफ्रीका और कई यूरोपीय देशों में लोग इस फैसले का विरोध कर रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि यह योजना फिलिस्तीनियों को शामिल किए बिना बनाई गई है, जिससे हमास इसे मानने से इनकार कर रहा है।