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हम केवल कल्पना कर सकते हैं कि वायनाड के लोग किस तरह का दर्द सह रहे हैं : प्रियंका गांधी

वायनाड, 1 अगस्त (आईएएनएस)। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने गुरुवार को अपनी बहन और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के साथ अपने पूर्व संसदीय क्षेत्र वायनाड का दौरा किया।
 

वायनाड, 1 अगस्त (आईएएनएस)। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने गुरुवार को अपनी बहन और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के साथ अपने पूर्व संसदीय क्षेत्र वायनाड का दौरा किया।

इस दौरान राहुल गांधी ने कहा कि यह वायनाड, केरल और देश के लिए एक भयानक त्रासदी है। हम यहां स्थिति देखने आए हैं। यह देखना दर्दनाक है कि कितने लोगों ने अपने परिवार के सदस्यों और अपने घरों को खो दिया है। हम मदद करने की कोशिश करेंगे और सुनिश्चित करेंगे कि बचे हुए लोगों को उनका हक मिले।

दूसरी तरफ प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि उनकी पार्टी यथासंभव मदद देने के लिए मौजूद है। हमने पूरा दिन उन लोगों से मिलने में बिताया है, जो पीड़ित हैं। यह एक बहुत बड़ी त्रासदी है। हम केवल कल्पना कर सकते हैं कि लोग किस तरह का दर्द सह रहे हैं।

इसके अलावा प्रियंका गांधी वाड्रा ने हिमाचल प्रदेश की त्रासदी पर भी दुख जताया। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "हिमाचल प्रदेश के शिमला, मंडी और कुल्लू में बादल फटने से कई लोगों की मृत्यु और बड़ी संख्या में लोगों के लापता होने का समाचार हृदयविदारक है। ईश्वर दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करें।"

उन्होंने आगे लिखा, "शोकाकुल परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और राज्य प्रशासन की कई टीमें पूरी क्षमता के साथ राहत व बचाव कार्य में लगी हैं। ईश्वर से सभी हिमाचलवासियों को सुरक्षित रखने की प्रार्थना करती हूं।"

बता दें कि केरल के वायनाड में भूस्खलन की घटना में दो सौ से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है, कई लोग अभी भी लापता हैं। भूस्खलन से चार गांव पूरी तरह से तबाह हो चुके हैं। कई घर और सड़क ध्वस्त हो गई है, जिससे लोगों को सुरक्षित निकालना मुश्किल हो रहा है। बचाव कार्य जारी है, लेकिन भारी बारिश और भूस्खलन के कारण कार्य प्रभावित हो रहा है।

केंद्र सरकार ने भूस्खलन में मरने वालों के लिए दो-दो लाख और घायलों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया है। केरल के मुख्यमंत्री पी. विजयन ने कहा कि राज्य सरकार पीड़ितों की हरसंभव मदद कर रही है। भूस्खलन से प्रभावित लोगों को आश्रय, भोजन और चिकित्सा सुविधाएं प्रदान की जा रही है।

--आईएएनएस

आरके/एबीएम