सोशल मीडिया पर दोस्ती का अनोखा अनुभव
एक नई दोस्ती की शुरुआत
कुछ दिन पहले मुझे एक फ्रेंड रिक्वेस्ट मिली, जो दिब्या शर्मा के नाम से थी।
उसकी प्रोफाइल को देखने के बाद मैंने देखा कि उसकी मित्रता सूची में कोई भी नहीं था।
यह देखकर मुझे शक हुआ कि कहीं यह एक फेक प्रोफाइल तो नहीं है।
फिर मैंने सोचा कि शायद फेसबुक ने उसे मुझे जोड़ने के लिए सजेस्ट किया हो।
प्रोफाइल फोटो न होने के कारण मैंने अनुमान लगाया कि वह नई हो सकती है।
शायद उसे फोटो अपलोड करना नहीं आता या वह संकोची है।
इसलिए मैंने रिक्वेस्ट को स्वीकार कर लिया।
उसकी ओर से तुरंत धन्यवाद आया और फिर मेरे हर स्टेटस पर लाइक और कमेंट्स आने लगे।
मैं अपने इस नए दोस्त को पाकर खुश था।
धीरे-धीरे, वह मेरी निजी जिंदगी के बारे में सवाल पूछने लगी।
उसने मेरी पसंद-नापसंद के बारे में जानना शुरू किया।
वह कुछ रोमांटिक शायरी भी पोस्ट करने लगी।
एक दिन उसने मुझसे पूछा, 'क्या आप अपनी पत्नी से प्यार करते हैं?'
मैंने तुरंत कहा, 'हाँ।'
उसने चुप्पी साध ली।
अगले दिन उसने पूछा, 'क्या आपकी पत्नी सुंदर है?'
मैंने फिर वही जवाब दिया, 'हाँ, बहुत सुंदर है।'
फिर उसने पूछा, 'क्या आपकी पत्नी खाना अच्छा बनाती है?'
मैंने कहा, 'बहुत ही स्वादिष्ट।'
कुछ दिनों तक वह गायब रही।
फिर अचानक उसने लिखा, 'मैं आपके शहर में आई हूँ, क्या आप मुझसे मिलना चाहेंगे?'
मैंने कहा, 'जरूर।'
उसने कहा, 'तो ठीक है, फ़ीनिक्स मॉल में मिलते हैं।'
मैंने कहा, 'नहीं, आप मेरे घर आइए। मेरी पत्नी और बच्चे आपसे मिलकर खुश होंगे।'
उसने कहा, 'नहीं, मैं आपकी पत्नी के सामने नहीं आऊँगी।'
मैंने उसे अपने घर बुलाने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं मानी।
वह बार-बार अपनी पसंद की जगह पर मिलने की जिद पर अड़ी रही।
मैंने कहा, 'अगर आप मुझसे मिलना चाहती हैं, तो मेरे परिवार के सामने मिलें।'
वह ऑफलाइन हो गई।
जब मैं शाम को घर पहुँचा, तो डाइनिंग टेबल पर लज़ीज खाना सजा था।
मैंने पत्नी से पूछा, 'क्या कोई आ रहा है खाने पर?'
उसने कहा, 'हाँ, दिब्या शर्मा आ रही है।'
मैंने चौंकते हुए पूछा, 'क्या??? वह तुम्हें कहाँ मिली?'
उसने मुस्कुराते हुए कहा, 'तसल्ली रखिए, वह मैं ही थी।'
आप मेरे जासूसी मिशन में पास हुए हैं। चलिए, खाना खाएं, ठंडा हो रहा है।