सोनिया गांधी ने वीबी-जी राम जी विधेयक पर मोदी सरकार की आलोचना की
सोनिया गांधी का कड़ा बयान
कांग्रेस की नेता सोनिया गांधी ने शनिवार को एक वीडियो संदेश में प्रस्तावित वीबी-जी राम जी विधेयक पर मोदी सरकार की तीखी आलोचना की। यह विधेयक महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (MGNREGA) का स्थान लेने का प्रयास कर रहा है। सोनिया गांधी ने अपने बयान में आरोप लगाया कि भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार ने पिछले 11 वर्षों में ग्रामीण गरीबों के हितों की अनदेखी की है और MGNREGA को कमजोर किया है, जो एक महत्वपूर्ण सामाजिक सुरक्षा योजना है।
सरकार पर गंभीर आरोप
सोनिया गांधी ने कहा कि पिछले 11 वर्षों में, मोदी सरकार ने MGNREGA को कमजोर करने के लिए हर संभव प्रयास किए हैं, जबकि कोविड-19 के दौरान यह गरीबों के लिए एक जीवन रेखा साबित हुआ। उन्होंने सरकार पर बिना पर्याप्त परामर्श के इस योजना को समाप्त करने का आरोप लगाया। गांधी ने कहा कि हाल ही में, सरकार ने बिना किसी चर्चा या परामर्श के MGNREGA में बदलाव किया है। उनके अनुसार, प्रस्तावित परिवर्तन लाखों लोगों की आजीविका को खतरे में डालते हैं। उन्होंने कहा, "इस कानून को कमजोर करके मोदी सरकार ने करोड़ों किसानों, श्रमिकों और भूमिहीन ग्रामीण गरीबों के हितों पर हमला किया है।"
राजनीतिक विरोध का बढ़ता स्वर
सोनिया गांधी की ये टिप्पणियां वीबी-जी राम जी विधेयक के खिलाफ बढ़ते राजनीतिक विरोध के बीच आई हैं। कांग्रेस का आरोप है कि इस कदम से रोजगार की गारंटी कमजोर होगी और MGNREGA में निहित ग्रामीण कल्याण सुरक्षा को भी नुकसान पहुंचेगा। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने गरीबों के हितों को कमजोर करने की कोशिश की है। हाल ही में सरकार ने MGNREGA पर बुलडोजर चलाया है। MGNREGA को लाने और लागू करने में कांग्रेस का महत्वपूर्ण योगदान था, जो देश और जनता के हित से जुड़ी योजना थी। मोदी सरकार ने इसके माध्यम से गरीबों के हितों पर हमला किया है।