सुकन्या समृद्धि योजना: गुना में बालिकाओं के लिए पासबुक वितरण कार्यक्रम
गुना में आयोजित सुकन्या समृद्धि योजना के पासबुक वितरण कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने 886 बालिकाओं को पासबुक सौंपी। उन्होंने इस योजना के माध्यम से नारी सशक्तिकरण के महत्व पर जोर दिया और बताया कि प्रधानमंत्री मोदी की पहल ने महिलाओं के लिए एक मजबूत आधार तैयार किया है। सिंधिया ने अपने दादी राजमाता विजयाराजे सिंधिया के योगदान को भी याद किया, जो महिला सशक्तिकरण की प्रतीक थीं। मध्यप्रदेश में महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में हुए परिवर्तनों पर भी उन्होंने प्रकाश डाला।
Jun 28, 2025, 18:11 IST
गुना में सुकन्या समृद्धि योजना का आयोजन
केंद्रीय संचार और उत्तर-पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने गुना में डाक विभाग द्वारा आयोजित सुकन्या समृद्धि योजना के तहत पासबुक वितरण कार्यक्रम में भाग लिया। इस अवसर पर, उन्होंने गुना संसदीय क्षेत्र की 886 बालिकाओं के लिए अपनी निजी राशि से खोले गए सुकन्या समृद्धि खातों की पासबुक उनके परिवारों को सौंपी। कार्यक्रम में सिंधिया ने कहा कि मातृशक्ति के योगदान से ही मानवता का अस्तित्व है। उन्होंने यह भी बताया कि महिलाओं को सशक्त बनाने की आवश्यकता है ताकि वे अपने भविष्य का निर्धारण स्वयं कर सकें।
सुकन्या योजना का महत्व
पीएम मोदी की पहल से नारी सशक्तिकरण का विकास
सिंधिया ने अपने भाषण में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई सुकन्या समृद्धि योजना का बीज आज नारी सशक्तिकरण का एक विशाल वटवृक्ष बन चुका है। इस योजना के तहत, डाक विभाग ने देशभर में 3.6 करोड़ खाते खोले हैं, जिनमें 2 लाख करोड़ रुपये की राशि जमा है। गुना संसदीय क्षेत्र में अब तक 30 हजार खाते खोले जा चुके हैं। उन्होंने यह भी घोषणा की कि 1 मई 2025 से 1 मई 2026 तक गुना, शिवपुरी और अशोकनगर में जन्म लेने वाली सभी बच्चियों के लिए वे अपनी निजी राशि से खाते खुलवाएंगे।
महिला सशक्तिकरण की प्रेरणा
राजमाता विजयाराजे सिंधिया का योगदान
कार्यक्रम में सिंधिया ने अपनी दादी राजमाता विजयाराजे सिंधिया का उल्लेख करते हुए कहा कि वे महिला सशक्तिकरण की प्रतीक थीं। उन्होंने कहा कि राजमाता का मानना था कि जो हाथ एक बच्चे को पाल सकते हैं, वे पूरी दुनिया को चला सकते हैं। उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण कार्य किए और बेटियों की शिक्षा के लिए कई संस्थान स्थापित किए। सिंधिया ने अपने बचपन की यादों को साझा करते हुए बताया कि उन्हें अपनी दादी से बहुत प्यार और सख्ती मिली।
मध्यप्रदेश में महिला सशक्तिकरण की प्रगति
महिला सशक्तिकरण में मध्यप्रदेश की भूमिका
सिंधिया ने अपने भाषण में बताया कि पिछले 15-16 वर्षों में मध्यप्रदेश में महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में उल्लेखनीय बदलाव आया है। राज्य सरकार ने बेटियों के जन्म से ही उन्हें आर्थिक सहायता देने के लिए कई योजनाएं बनाई हैं। उन्होंने कहा कि जब बेटियाँ 10वीं कक्षा पास करती हैं, तो उन्हें लैपटॉप दिया जाता है, और कन्यादान योजना के तहत विवाह में सहायता प्रदान की जाती है। इसके अलावा, लाडली बहना योजना के तहत विवाह के बाद हर महीने 1250 रुपये उनके खाते में भेजे जाते हैं।