सीकर की मां ने श्मशान को बनाया अपना घर, बेटे की याद में बिताए 15 साल
राजस्थान के सीकर में 65 वर्षीय राज कंवर ने अपने इकलौते बेटे की मृत्यु के बाद श्मशान को अपना घर बना लिया है। पिछले 15 वर्षों से वह वहीं रह रही हैं, जहां वह न केवल अंतिम संस्कार करने वालों की मदद करती हैं, बल्कि पेड़-पौधों की देखभाल भी करती हैं। उनकी यह अनोखी कहानी न केवल मातृत्व के गहरे प्रेम को दर्शाती है, बल्कि जीवन के प्रति उनकी अनूठी सोच को भी उजागर करती है। जानिए उनके जीवन की इस प्रेरणादायक कहानी के बारे में।
Jun 22, 2025, 17:41 IST
राज कंवर की अनोखी कहानी
राजस्थान के सीकर जिले में एक मां की कहानी है, जिसने अपने इकलौते बेटे की मृत्यु के बाद श्मशान को अपना निवास बना लिया है। 15 वर्षों से वह वहीं रह रही हैं और घर नहीं लौटी हैं। हम बात कर रहे हैं 65 वर्षीय राज कंवर की।
राज कंवर का इकलौता बेटा इंदर 15 साल पहले निधन हो गया था। बेटे की मौत का गहरा सदमा सहन न कर पाने के कारण, उन्होंने सीकर के धर्माणा मोक्षधाम में बेटे के अंतिम संस्कार के बाद से घर लौटने का निर्णय नहीं लिया।
अपने बेटे के अंतिम संस्कार के बाद, राज कंवर ने श्मशान को अपना घर मान लिया। अब वह वहां आने वाले लोगों को पानी पिलाती हैं और शवों के अंतिम संस्कार के लिए लकड़ियां भी इकट्ठा करती हैं। इसके साथ ही, वह अन्य दिनों में पेड़-पौधों की देखभाल भी करती हैं।