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सीआरपीएफ़ को मिली उपराष्ट्रपति की सुरक्षा की जिम्मेदारी

केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल (सीआरपीएफ़) को भारत के उपराष्ट्रपति की 'ज़ेड+' सुरक्षा व्यवस्था का प्रबंधन सौंपा गया है। इस नई व्यवस्था के तहत, उपराष्ट्रपति की सुरक्षा सीआरपीएफ़ के सशस्त्र कमांडो द्वारा की जाएगी। गृह मंत्रालय के निर्देशों के अनुसार, दिल्ली पुलिस बाहरी सुरक्षा का ध्यान रखेगी, जबकि सीआरपीएफ़ निकट सुरक्षा कर्तव्यों का प्रभार संभालेगी। यह कदम संशोधित ब्लू बुक मानदंडों के अनुरूप है। सीपी राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति के रूप में चुना गया है, जो राजनीतिक अनुभव के साथ इस नई जिम्मेदारी को संभालेंगे।
 

उपराष्ट्रपति की सुरक्षा में बदलाव

सूत्रों के अनुसार, केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) अब भारत के उपराष्ट्रपति की 'ज़ेड+' सुरक्षा व्यवस्था का प्रबंधन करेगा।


इस नई व्यवस्था के तहत, उपराष्ट्रपति की सुरक्षा सीआरपीएफ के सशस्त्र कमांडो द्वारा की जाएगी, जिन्हें 'ज़ेड+' श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की जाएगी।


यह परिवर्तन गृह मंत्रालय (एमएचए) द्वारा केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) को दिए गए मौखिक निर्देश के बाद किया गया है, जिससे उपराष्ट्रपति की चौबीसों घंटे सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी।


गृह मंत्रालय ने संभावित खतरों के नए आकलन के बाद सीआरपीएफ को यह निर्देश दिया है, हालांकि अभी तक सीआरपीएफ को कोई लिखित आदेश प्राप्त नहीं हुआ है।


स्तरीय सुरक्षा प्रोटोकॉल का कार्यान्वयन

नई सुरक्षा व्यवस्था के अनुसार, दिल्ली पुलिस प्रवेश नियंत्रण, परिधि ड्यूटी और बाहरी सुरक्षा घेरे का प्रबंधन करती रहेगी, जबकि सीआरपीएफ निकट सुरक्षा कर्तव्यों का ध्यान रखेगी।


सूत्रों का कहना है कि सीआरपीएफ़ बुधवार तक औपचारिक रूप से अपनी जिम्मेदारी संभाल सकती है।


Z+ सुरक्षा कवर का महत्व

'Z+' सुरक्षा श्रेणी भारत में उच्चतम सुरक्षा स्तरों में से एक है, जिसमें 55 से अधिक सशस्त्र कर्मियों की तैनाती होती है, जिसमें कमांडो, एस्कॉर्ट्स और सहायक कर्मचारी शामिल हैं।


इस श्रेणी के अंतर्गत तैनात कर्मियों को आतंकवाद-रोधी अभियानों, निकट युद्ध, निकासी अभ्यास और उच्च-खतरे की स्थितियों में प्रतिक्रिया देने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है।


संशोधित ब्लू बुक प्रोटोकॉल

ये परिवर्तन संशोधित ब्लू बुक मानदंडों के अनुरूप किए जा रहे हैं, जो शीर्ष संवैधानिक अधिकारियों की सुरक्षा के लिए दिशानिर्देश प्रदान करते हैं।


सीआरपीएफ पहले से ही कई उच्च-जोखिम वाले व्यक्तियों की सुरक्षा कर रही है और अब उपराष्ट्रपति को भी इसी प्रकार की सुरक्षा प्रदान की जाएगी।


सीपी राधाकृष्णन का उपराष्ट्रपति के रूप में चुनाव

यह ध्यान देने योग्य है कि सीपी राधाकृष्णन भारत के 15वें उपराष्ट्रपति के रूप में चुने गए हैं।


उनके पास राजनीतिक और प्रशासनिक अनुभव है, जो राज्यसभा के सभापति के रूप में उनकी भूमिका में सहायक होगा।


निर्वाचन अधिकारी पीसी मोदी ने बताया कि राधाकृष्णन ने 452 वोट प्राप्त कर उपराष्ट्रपति चुनाव जीता, जबकि विपक्षी उम्मीदवार बी सुदर्शन रेड्डी को 300 वोट मिले।


मतों की गिनती से यह भी संकेत मिलता है कि राधाकृष्णन के पक्ष में कुछ क्रॉस-वोटिंग हुई है। भाजपा नेताओं का दावा है कि कम से कम 15 विपक्षी सदस्यों ने एनडीए उम्मीदवार के पक्ष में मतदान किया।