सिंगापुर में ऑनलाइन प्यार का ठगी का मामला: 68 वर्षीय बुजुर्ग का अनुभव
सिंगापुर में ऑनलाइन ठगी का मामला
सिंगापुर की चमकदार दुनिया में एक 68 वर्षीय सेल्समैन एनजी के साथ ऑनलाइन प्यार का एक कड़वा सच सामने आया है। अगस्त 2025 में, एनजी की मुलाकात फेसबुक पर एक चाइनीज महिला 'ली सिन' से हुई। बातचीत बढ़ी और व्हाट्सएप पर शिफ्ट हो गई, जिसके बाद प्यार का इकरार हुआ। लेकिन यह प्यार असल में एक ठगी का जाल था। दो महीनों में, ली सिन ने एनजी से QR कोड के माध्यम से 10,000 सिंगापुर डॉलर (लगभग 6 लाख रुपये) ठग लिए। असली सच तब सामने आया जब एनजी ने ली से मिलने की इच्छा जताई।
जब एनजी ने महिला से मिलने की कोशिश की, तो उसने हमेशा बहाने बनाए। अंततः एनजी को ठगी का एहसास हुआ। पुलिस जांच में एक के बाद एक ठगों का नेटवर्क उजागर हुआ। यह घटना एक बार फिर ऑनलाइन रिश्तों पर सवाल उठाती है। अक्सर ऐसे मामले सामने आते हैं, खासकर उन बुजुर्गों के साथ, जिनके पास पैसे होते हैं लेकिन साथी नहीं। एनजी भी ऐसे ही एक व्यक्ति थे, जिनका फायदा ली सिन ने उठाया।
अगस्त में शुरू हुई दोस्ती
एनजी की जिंदगी सामान्य थी। रिटायरमेंट के बाद, उन्होंने अपना अधिकांश समय फेसबुक पर बिताया। अगस्त के पहले हफ्ते में, ली सिन नाम की प्रोफाइल ने उन्हें फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी। प्रोफाइल की तस्वीरें आकर्षक थीं और बातचीत में मिठास थी। जल्द ही, व्हाट्सएप पर बातें गहरी हो गईं। ली सिन ने बताया कि वह चीन में रहती है और सिंगापुर घूमने की इच्छा रखती है। एनजी खुश हो गए, लेकिन ली ने कहा कि पुराने अपराध के कारण उसकी एंट्री बैन है। फिर कहानी में मोड़ आया जब एनजी को एक 'सेक्शन चीफ वांग' नाम के चाइनीज अधिकारी का फोन आया। वांग ने एनजी को विश्वास दिलाया कि परमिट के लिए डिपॉजिट और हैंडलिंग फीस देनी होगी। इसके बाद ही उसकी प्रेमिका आ सकती है। उसने QR कोड भेजा और एनजी ने पैसे ट्रांसफर कर दिए। पहले हफ्ते में ही कई QR कोड आए और हर बार नया बहाना होता था।
धीरे-धीरे जाल बिछाया गया
ठगी का जाल धीरे-धीरे बिछाया गया। सितंबर में ली का 'आगमन' हुआ, और उसने एयरपोर्ट की तस्वीरें भेजीं। फिर ली ने कहा कि वह ज्यादा ज्वेलरी लेकर आई है, इसलिए कस्टम्स ने उसे रोका है। परमिशन के लिए और पैसे मांगे गए। एनजी ने फिर से QR स्कैन कर हजारों डॉलर ट्रांसफर किए। इसके बाद उसकी कार का एक्सीडेंट हो गया। इस बार लड़की ने अस्पताल से मैसेज भेजा, लेकिन उसने अपनी लोकेशन नहीं बताई। इलाज के लिए भी पैसे मांगे गए। हर बार QR कोड, जो चाइनीज बैंक अकाउंट से लिंक था, उस पर पैसे भेजे गए। फिर भी एनजी को शक नहीं हुआ, क्योंकि वह प्यार में थे। जिस दिन मिलने का समय आया, महिला ने ट्रैफिक जाम का बहाना बनाया और अगले दिन मलेशिया ट्रिप पर चली गई। इसके बाद वांग का फोन मलेशिया में खो गया। अंततः अक्टूबर 2025 की शुरुआत में एनजी को सच्चाई का एहसास हुआ और उसने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करवाई। जांच में इस ठगी का खुलासा हुआ।