सर्दियों में विटामिन डी की कमी: जानें कैसे करें इसकी भरपाई
सर्दियों में विटामिन डी की कमी
सर्दियों में विटामिन डी की कमीImage Credit source: Getty Images
जैसे ही सर्दियों का मौसम आता है, ठंड के साथ-साथ प्रदूषण का स्तर भी बढ़ने लगता है। इस दौरान सूरज की रोशनी देर से आती है और कई बार पूरे दिन धुंध या स्मॉग छाया रहता है। विटामिन डी मुख्य रूप से सूर्य की UVB किरणों से प्राप्त होता है, लेकिन धूप की कमी के कारण शरीर इसे पर्याप्त मात्रा में नहीं बना पाता। इसके अलावा, लोग ठंड से बचने के लिए घरों में अधिक समय बिताते हैं, जिससे धूप के संपर्क में आने का समय और कम हो जाता है। प्रदूषण भी सूर्य की किरणों को धरती तक पहुंचने से रोकता है। यही कारण है कि सर्दियों में विटामिन डी की कमी आम हो जाती है, खासकर उन लोगों में जो धूप कम लेते हैं या लंबे समय तक घर के अंदर रहते हैं।
सर्दियों में विटामिन डी की कमी शरीर पर कई नकारात्मक प्रभाव डालती है। इसकी कमी से हड्डियों की मजबूती में कमी आती है, क्योंकि यह कैल्शियम के अवशोषण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। लगातार कमी रहने पर शरीर में दर्द, मांसपेशियों में कमजोरी, थकान और सुस्ती महसूस होने लगती है। इम्यून सिस्टम पर इसका गहरा प्रभाव पड़ता है, जिससे शरीर संक्रमणों के प्रति अधिक संवेदनशील हो जाता है और सर्दी-जुकाम, फ्लू जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। कुछ मामलों में मूड में बदलाव, चिड़चिड़ापन और नींद पर भी असर देखा जाता है। बच्चों में यह कमी हड्डियों के विकास को धीमा कर सकती है और बुजुर्गों में हड्डी टूटने का खतरा बढ़ा देती है। इसलिए सर्दियों में विटामिन डी का संतुलन बनाए रखना बहुत जरूरी है।
सर्दियों में विटामिन डी की कमी कैसे पूरी करें?
आरएमएल हॉस्पिटल में मेडिसिन विभाग के डॉ. सुभाष गिरी के अनुसार, सर्दियों में विटामिन डी की कमी को दूर करने के लिए सुबह की हल्की धूप सबसे महत्वपूर्ण है। सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे के बीच 15 से 20 मिनट धूप में रहना शरीर में प्राकृतिक रूप से विटामिन डी बढ़ाता है। इसके साथ ही, डाइट में अंडे की जर्दी, मशरूम, फोर्टिफाइड दूध, दही, घी और फैटी फिश जैसे विकल्प शामिल करने चाहिए। जो लोग धूप कम लेते हैं, उन्हें डॉक्टर की सलाह से विटामिन डी सप्लीमेंट भी दिए जा सकते हैं।
नियमित एक्सरसाइज और संतुलित डाइट भी शरीर में पोषक तत्वों के अवशोषण को बेहतर बनाती है। ध्यान रखें कि किसी भी सप्लीमेंट का सेवन स्वयं न करें, पहले डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है। साथ ही, उम्र बढ़ने के साथ शरीर की विटामिन डी बनाने की क्षमता कम होती है, इसलिए बुजुर्गों को खास ध्यान रखना चाहिए। छोटे बच्चों को भी धूप में खेलने की आदत डालना उनकी हड्डियों के विकास के लिए फायदेमंद होता है।
ये भी जरूरी
रोज़ाना कम से कम 15 मिनट धूप में समय बिताएं।
डाइट में विटामिन डी और कैल्शियम से भरपूर भोजन जोड़ें।
सर्दियों में अत्यधिक इनडोर रहने से बचें।
नियमित एक्सरसाइज करें।
जरूरत पड़ने पर डॉक्टर की सलाह से सप्लीमेंट लें।