सर्दियों में बच्चों की खांसी-जुकाम से निपटने के उपाय
बच्चों की सेहत का ख्याल कैसे रखें
सर्दी का मौसम आ चुका है, और इस दौरान बच्चों की सेहत पर विशेष ध्यान देना आवश्यक है। इस समय वायरल संक्रमणों की संख्या बढ़ जाती है, जिससे बच्चों में खांसी और जुकाम की समस्या आम हो जाती है। कई माता-पिता इसे नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन ऐसा करना सही नहीं है। इस विषय पर एम्स के पीडियाट्रिक विभाग के डॉ. हिमांशु भदानी ने महत्वपूर्ण जानकारी साझा की है।
डॉ. भदानी के अनुसार, सर्दियों में तापमान में गिरावट और वायरल संक्रमणों की बढ़ती संख्या के कारण छोटे बच्चे जल्दी बीमार पड़ जाते हैं। आमतौर पर, यह समस्या खांसी, जुकाम और हल्के बुखार के साथ शुरू होती है। चूंकि बच्चों का इम्यून सिस्टम अभी विकसित हो रहा है, इसलिए वे जल्दी संक्रमित हो जाते हैं।
बच्चों को खांसी-जुकाम में क्या करना चाहिए?
बच्चों को खांसी-जुकाम में क्या करें?
डॉ. हिमांशु का कहना है कि यदि बच्चे का खांसी- जुकाम एक दिन में ठीक हो रहा है, तो चिंता की कोई बात नहीं है। लेकिन अगर यह दो दिन से अधिक समय तक बना रहता है, तो सबसे पहले बच्चे को गुनगुना पानी पिलाएं और ठंड में बाहर न ले जाएं। यदि नाक बह रही है, तो भांप दें और यदि नाक बंद है, तो सलाइन ड्रॉप का उपयोग करें। ध्यान रखें कि बच्चे को अधिक कपड़े न पहनाएं; जैकेट के साथ तीन कपड़े पर्याप्त हैं। बस यह सुनिश्चित करें कि बच्चे का सिर, गर्दन और पैर ढके रहें।
खानपान का ध्यान रखना
खानपान का ध्यान रखें
डॉ. भदानी ने बताया कि खांसी-जुकाम के दौरान बच्चे के खानपान का भी ध्यान रखना चाहिए। उन्हें सूप दें और भारी भोजन या फास्ट फूड से दूर रखें। यदि खांसी अधिक है, तो घी या दूध न दें और तली हुई चीजें भी न खिलाएं। यदि बच्चा दो साल से छोटा है, तो उसे सीधे भांप न दें और न ही अदरक या शहद दें।
गलतियों से बचें
किन गलतियों से बचना चाहिए?
बिना डॉक्टर की सलाह के कोई भी दवा न दें।
खांसी का सिरप खुद से न दें (विशेषकर 2 साल के बच्चों को नहीं)।
बच्चे को भांप दूर से दें।
पानी अधिक गर्म न दें।
डॉक्टर से कब संपर्क करें
ये लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं
यदि बच्चे को 100.4°F से अधिक बुखार है, सांस लेने में कठिनाई हो रही है, लगातार तेज खांसी आ रही है, बार-बार उल्टी हो रही है, या बहुत अधिक थकान महसूस हो रही है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।