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सर्दियों में पेशाब के रंग में बदलाव: जानें इसके कारण और सावधानियाँ

सर्दियों में पेशाब के रंग में बदलाव एक सामान्य समस्या हो सकती है, लेकिन यह कई स्वास्थ्य समस्याओं का संकेत भी दे सकती है। जानें कि कैसे सर्दियों में पेशाब का रंग बदलता है, इसके पीछे के कारण क्या हैं, और कब डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। इस लेख में पेशाब के रंग में बदलाव के स्वास्थ्य संकेतों और बचाव के उपायों पर चर्चा की गई है।
 

सर्दियों में पेशाब के रंग में बदलाव

यूरिन के रंग में बदलाव Image Credit source: Getty Images

जैसे ही सर्दियों का मौसम आता है, शरीर में कई प्रकार के परिवर्तन होते हैं। ठंड बढ़ने पर खानपान, पानी पीने की आदतें और दिनचर्या में बदलाव आ जाता है। इस दौरान कई लोग यह महसूस करते हैं कि उनका पेशाब सामान्य से भिन्न रंग का हो जाता है। कुछ लोगों को यह गहरा दिखाई देता है, जबकि कुछ को हल्का पीला या अन्य रंग का। इस बदलाव को लेकर अक्सर चिंता होती है कि क्या यह किसी स्वास्थ्य समस्या का संकेत है।

यदि पेशाब का रंग लंबे समय तक बदलता रहता है या इसके साथ अन्य समस्याएँ होती हैं, तो यह ध्यान देने योग्य है। आइए जानते हैं कि सर्दियों में पेशाब के रंग में बदलाव को कैसे समझा जाए।

क्या सर्दियों में पेशाब का रंग बदलना स्वास्थ्य समस्या का संकेत है?

लेडी हार्डिंग हॉस्पिटल के डॉ. एल.एच. घोटेकर के अनुसार, सर्दियों में पेशाब का रंग बदलना हमेशा स्वास्थ्य समस्या का संकेत नहीं होता। ठंड के मौसम में लोग अक्सर कम पानी पीते हैं, क्योंकि प्यास कम लगती है और पसीना भी नहीं आता। इससे शरीर में पानी की कमी हो सकती है, जिसका प्रभाव पेशाब के रंग पर पड़ता है। जब शरीर को पर्याप्त पानी नहीं मिलता, तो पेशाब गाढ़ा हो जाता है और इसका रंग गहरा पीला हो जाता है।

आमतौर पर हल्का पीला रंग सामान्य माना जाता है, लेकिन यदि पेशाब का रंग बहुत गहरा पीला, भूरा, लाल या झागदार हो, तो इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। यदि यह बदलाव थोड़े समय के लिए हो और किसी अन्य समस्या के बिना अपने आप ठीक हो जाए, तो चिंता की बात नहीं है। लेकिन यदि पेशाब के रंग के साथ जलन, दर्द, बदबू, बार-बार पेशाब आना या लगातार थकान जैसी समस्याएँ भी दिखाई दें, तो यह किसी अंदरूनी समस्या का संकेत हो सकता है। ऐसी स्थिति में डॉक्टर से सलाह लेना आवश्यक है।

किन बीमारियों का खतरा हो सकता है?

पेशाब के रंग में बदलाव कुछ बीमारियों का संकेत दे सकता है, जैसे यूरिन इंफेक्शन, किडनी से जुड़ी समस्याएँ, लिवर की परेशानियाँ या डिहाइड्रेशन। कुछ मामलों में ब्लड शुगर या पीलिया जैसी स्थितियों में भी पेशाब का रंग बदल सकता है।

यदि पेशाब का रंग लगातार असामान्य बना रहे या उसमें खून दिखाई दे, तो यह गंभीर संकेत हो सकता है। इसके अलावा, पेशाब करते समय दर्द या जलन होना भी संक्रमण का लक्षण हो सकता है। इसलिए लक्षणों को हल्के में लेने के बजाय समय पर जांच कराना जरूरी है।

बचाव के उपाय

दिनभर पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं।

ठंड में भी प्यास लगने पर पानी पीना न भूलें।

संतुलित और साफ-सुथरा आहार लें।

पेशाब को लंबे समय तक रोककर न रखें।

यदि कोई परेशानी महसूस हो, तो डॉक्टर से सलाह लें।