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सरकारी योजना से सोलर प्लांट लगाना हुआ आसान और सस्ता

केंद्र सरकार की 'पीएम सूर्य घर: मुफ्त बिजली योजना' ने सोलर प्लांट लगाना आसान और किफायती बना दिया है। इस योजना के तहत आप केवल ₹1800 की प्रारंभिक राशि देकर 3 किलोवाट का सोलर प्लांट स्थापित कर सकते हैं। योजना में दी जाने वाली सब्सिडी और लोन विकल्पों के कारण, आपका खर्च काफी कम हो जाता है। इस लेख में जानें कि कैसे आप इस योजना का लाभ उठा सकते हैं, इसके फायदे क्या हैं, और आवेदन की प्रक्रिया क्या है।
 

सरकारी योजना से सोलर प्लांट की स्थापना

केंद्र सरकार की नई योजना, 'पीएम सूर्य घर: मुफ्त बिजली योजना', ने आम नागरिकों के लिए अपने घरों की छत पर सोलर पैनल लगाना सरल और किफायती बना दिया है। अब आप केवल ₹1800 की प्रारंभिक राशि देकर 3 किलोवाट का सोलर प्लांट स्थापित कर सकते हैं और बिजली के बिल से हमेशा के लिए मुक्ति पा सकते हैं। हालांकि, सोलर प्लांट की कुल लागत ₹1800 नहीं है, लेकिन सरकार की उदार सब्सिडी और आसान लोन विकल्प के कारण आपको बहुत कम राशि खर्च करनी पड़ती है। आइए, इस अद्भुत योजना के बारे में विस्तार से जानते हैं।


सूर्य घर योजना: लागत और सब्सिडी

3 किलोवाट (kW) का सोलर प्लांट लगाने की कुल लागत आमतौर पर ₹1.5 लाख से ₹2 लाख के बीच होती है, जिसमें इंस्टॉलेशन भी शामिल है। लेकिन 'पीएम सूर्य घर योजना' इस खर्च को काफी कम कर देती है। केंद्र सरकार की सब्सिडी इस प्रकार है:


  • पहले 2 किलोवाट पर: ₹30,000 प्रति किलोवाट (कुल ₹60,000)
  • अतिरिक्त 1 किलोवाट पर: ₹18,000
  • 3 किलोवाट पर कुल सब्सिडी: ₹78,000 तक


कुछ राज्यों, जैसे दिल्ली और उत्तर प्रदेश, केंद्र की सब्सिडी के साथ अपनी तरफ से भी अतिरिक्त सब्सिडी प्रदान करते हैं। उदाहरण के लिए, दिल्ली में 3 किलोवाट के प्लांट पर ₹30,000 तक की अतिरिक्त सब्सिडी मिल सकती है। इस प्रकार कुल सब्सिडी ₹1.08 लाख तक हो सकती है।


मान लीजिए, 3 किलोवाट सोलर सिस्टम की लागत ₹1,80,000 है:


  • कुल लागत: ₹1,80,000
  • केंद्रीय सब्सिडी: ₹78,000
  • आपका खर्च: ₹1,02,000


यदि राज्य की सब्सिडी (जैसे ₹30,000) भी मिलती है, तो आपका कुल खर्च केवल ₹72,000 रह सकता है। यही कारण है कि यह प्रस्ताव इतना आकर्षक है।


केवल ₹1800 में शुरुआत कैसे करें?

सब्सिडी के बाद भी ₹70,000 से ₹1 लाख का खर्च बचता है, लेकिन सरकार ने इसे और सरल बनाने के लिए दो विशेष विकल्प प्रदान किए हैं:


1. रियायती लोन सुविधा: इस योजना के तहत बैंक 3 किलोवाट सोलर प्लांट के लिए ₹2 लाख तक का लोन प्रदान करते हैं। यदि आप 90% लोन लेते हैं, तो शुरुआत में केवल 10% राशि, यानी बहुत छोटी रकम, आपको देनी होगी।


2. आसान EMI विकल्प: लोन चुकाने के लिए बैंक आपको मासिक किस्तों (EMI) का विकल्प देते हैं, ताकि आपको एकमुश्त बड़ी राशि का भुगतान न करना पड़े।


इन सुविधाओं के कारण आपका प्रारंभिक खर्च इतना कम हो सकता है कि यह ₹1800 जितना सस्ता लगने लगता है।


सूर्य घर योजना के लाभ

1. 300 यूनिट मुफ्त बिजली: 3 किलोवाट का सोलर प्लांट हर महीने 300 से 450 यूनिट बिजली उत्पन्न करता है। इस योजना के तहत आपको 300 यूनिट तक बिजली मुफ्त मिलती है।


2. बिजली बिल से मुक्ति: अधिकांश घरों का बिजली बिल 300 यूनिट से कम होता है, जिससे आपका बिल लगभग शून्य हो सकता है।


3. कमाई का अवसर: यदि आपका सोलर प्लांट जरूरत से अधिक बिजली उत्पन्न करता है, तो आप उसे ग्रिड में बेचकर पैसे भी कमा सकते हैं। यह नेट मीटरिंग की सुविधा से संभव है।


सूर्य घर योजना में आवेदन की प्रक्रिया

इस योजना का लाभ उठाना बेहद सरल है। आप 'पीएम सूर्य घर' के राष्ट्रीय पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आवेदन की प्रक्रिया इस प्रकार है:


  • पंजीकरण: पोर्टल पर अपना राज्य, जिला, बिजली वितरण कंपनी और उपभोक्ता खाता नंबर डालकर रजिस्टर करें।
  • आवेदन: सोलर पैनल लगाने के लिए ऑनलाइन आवेदन करें।
  • अप्रूवल और इंस्टॉलेशन: बिजली वितरण कंपनी (DISCOM) से फिजिबिलिटी अप्रूवल मिलने के बाद, किसी अधिकृत वेंडर से सोलर प्लांट लगवाएं।
  • सब्सिडी: प्लांट लगने के बाद सब्सिडी की राशि सीधे आपके बैंक खाते में जमा हो जाएगी।


पर्यावरण और आत्मनिर्भरता की दिशा में कदम

यह योजना न केवल आपके बिजली बिल को समाप्त करती है, बल्कि पर्यावरण की रक्षा और देश को ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने में भी सहायता करती है। सोलर प्लांट लगवाकर आप न केवल अपने पैसे बचाएंगे, बल्कि एक उज्जवल भविष्य में भी योगदान देंगे।