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समाजवादी पार्टी के सांसद की प्रदूषण पर विवादास्पद टिप्पणी

समाजवादी पार्टी के सांसद आरके चौधरी ने होलिका दहन पर प्रदूषण को लेकर एक विवादास्पद टिप्पणी की है, जिसमें उन्होंने हिंदू भावनाओं का जिक्र किया। उनकी इस टिप्पणी पर भाजपा ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है, जिसमें केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने चौधरी को धर्म बदलने की सलाह दी। इस मुद्दे पर चर्चा करते हुए चौधरी ने कहा कि केवल पेड़ लगाना प्रदूषण का समाधान नहीं है। जानें इस विवाद के पीछे की पूरी कहानी।
 

आरके चौधरी का बयान

समाजवादी पार्टी के सांसद आरके चौधरी ने शुक्रवार को 'होलिका दहन' पर अपनी टिप्पणी का बचाव करते हुए कहा कि हिंदू भावनाओं का ध्यान रखते हुए प्रदूषण पर नियंत्रण पाना कठिन होगा। मोहनलाल गंज से लोकसभा सांसद ने यह भी स्पष्ट किया कि देश में प्रदूषण को कम करने के लिए केवल पेड़ लगाना ही एकमात्र उपाय नहीं है।


उन्होंने कहा कि पेड़ लगाने से प्रदूषण का समाधान नहीं होगा, यह एक गंभीर मुद्दा है। होलिका दहन के समय कौन सी गैसें निकलती हैं? कार्बन डाइऑक्साइड और कार्बन मोनोऑक्साइड, जो हमारे स्वास्थ्य के लिए अत्यंत हानिकारक हैं। इसलिए, यदि हम हिंदू भावनाओं को ध्यान में रखते हैं, तो प्रदूषण पर नियंत्रण पाना मुश्किल होगा।


चौधरी की विवादास्पद टिप्पणी

चौधरी ने कहा कि शवों के जलाने से कार्बन डाइऑक्साइड और कार्बन मोनोऑक्साइड जैसी गैसें निकलती हैं, जो प्रदूषण में महत्वपूर्ण योगदान देती हैं। उन्होंने होलिका दहन के त्योहार का उल्लेख करते हुए कहा कि वायु प्रदूषण का मुद्दा धर्म से नहीं, बल्कि पर्यावरण से संबंधित है। उन्होंने कहा कि शवों को जलाने से वातावरण में ऑक्सीजन की कमी होती है। होलिका दहन के दौरान भी इसी प्रकार की गैसें निकलती हैं। उन्होंने यह भी कहा कि हमारा देश वायु प्रदूषण के प्रति गंभीर नहीं है।


भाजपा की प्रतिक्रिया

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने चौधरी की टिप्पणियों पर समाजवादी पार्टी की तीखी आलोचना की है। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने चौधरी पर हमला करते हुए कहा कि उन्हें अपना धर्म बदल लेना चाहिए। भाजपा सांसद मनन कुमार मिश्रा ने भी चौधरी की आलोचना करते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी के सांसद वायु प्रदूषण के मुद्दे पर हिंदुओं पर हमला करना चाहते हैं।


उन्होंने कहा कि वे वाहनों और पराली जलाने से होने वाले प्रदूषण को नजरअंदाज कर रहे हैं और केवल हिंदू धर्म पर हमला करना चाहते हैं, इसलिए वे ऐसे भ्रामक बयान दे रहे हैं। यह स्थिति अत्यंत दुखद है।