सबरीमाला मंदिर में सोने की चोरी के मामले में पूर्व अधिकारी की गिरफ्तारी
गिरफ्तारी की जानकारी
विशेष जांच दल (एसआईटी) ने बुधवार को सबरीमाला मंदिर में हुई कथित सोने की चोरी के मामले में पूर्व प्रशासनिक अधिकारी एस श्रीकुमार को गिरफ्तार किया। श्रीकुमार उस समय इस पद पर थे जब मंदिर से सोने की थालियां चोरी हुई थीं और बाद में उन्हें वापस लाया गया था। यह गिरफ्तारी श्रीकुमार के लिए सातवां मामला है। केरल उच्च न्यायालय ने उनकी जमानत याचिका खारिज करते हुए कहा था कि उन पर लगे आरोप पहले ही सिद्ध हो चुके हैं। उन्हें एसआईटी कार्यालय में पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया गया।
अन्य संभावित आरोपी
श्रीकुमार की गिरफ्तारी के बाद, त्रावणकोर देवस्वम बोर्ड (टीडीबी) की पूर्व सचिव एस जयश्री पर भी गिरफ्तारी का खतरा मंडरा रहा है। जयश्री की अग्रिम जमानत याचिका भी खारिज कर दी गई है। न्यायालय ने कहा कि यदि दोनों आरोपियों को जमानत दी जाती है, तो मंदिर से सोने की चोरी की जांच प्रभावित होगी। अदालत ने यह भी कहा कि श्रीकुमार और जयश्री को पता था कि थालियां सोने की थीं, लेकिन उन्होंने दस्तावेजों पर तांबे का उल्लेख किया।
जांच की प्रगति
अदालत द्वारा नियुक्त एसआईटी द्वारपालकों की मूर्तियों और श्रीकोविल के सोने से मढ़े दरवाजों की चोरी की जांच कर रही है। अब तक, एसआईटी ने टीडीबी के दो पूर्व अध्यक्षों और सीपीएम नेताओं सहित सात लोगों को गिरफ्तार किया है। मुख्य आरोपी उन्नीकृष्णन पोट्टी हैं, जिनके खिलाफ पहले भी आरोप लगे थे। 2019 में, पोट्टी ने टीडीबी को द्वारपालकों की मूर्तियों पर सोने की परत चढ़ाने का प्रस्ताव दिया था, जिसे बोर्ड के तत्कालीन अधिकारी मुरारी बाबू ने तांबे का बताया।