सड़क सुरक्षा को लेकर सरकार के नए कदम: नितिन गडकरी का बयान
सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए उठाए गए कदम
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने हाल ही में कहा कि सरकार ने सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। उन्होंने इस गंभीर सामाजिक मुद्दे को समाप्त करने के लिए जनता की सक्रिय भागीदारी की आवश्यकता पर जोर दिया।
गडकरी ने बताया कि देश के विभिन्न हिस्सों में 100 सड़क सुरक्षा ऑडिट किए गए हैं और संसद सत्र समाप्त होने के बाद वह एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसके परिणाम साझा करेंगे। उन्होंने राष्ट्रीय राजधानी में एक उद्योग कार्यक्रम में कहा, "सड़क दुर्घटनाएं एक सामाजिक समस्या हैं। मैं मानता हूं कि हमें अन्य क्षेत्रों में जो सफलता मिली है, वह सड़क सुरक्षा में नहीं मिल पाई है।"
भारत में हर साल लगभग पांच लाख सड़क दुर्घटनाएं होती हैं, जिनमें लगभग 1.80 लाख लोग अपनी जान गंवाते हैं। जब उनसे दुर्घटनाओं की संख्या कम करने के उपायों के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने जनता से यातायात नियमों का पालन करने और सुरक्षित तरीके से वाहन चलाने की अपील की।
सड़क सुरक्षा में सुधार के लिए सरकार ने कई उपाय किए हैं, जैसे चार पहिया वाहनों में छह एयरबैग और दो पहिया वाहनों में इलेक्ट्रॉनिक ब्रेकिंग सिस्टम का प्रावधान। इसके अलावा, जुर्माने की राशि भी बढ़ाई गई है। गडकरी ने कहा, "लेकिन सबसे महत्वपूर्ण कदम जनता की जागरूकता है।"
उन्होंने यह भी बताया कि सरकार दुर्घटनाओं के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए विभिन्न स्तरों पर और 22 भाषाओं में कई अभियान चला रही है, ताकि दुर्घटनाओं की संख्या में कमी लाई जा सके। गडकरी ने आशा व्यक्त की कि सरकारी प्रयासों और जन जागरूकता से सड़क दुर्घटनाओं की संख्या में कमी आएगी।
मंत्री ने यह भी कहा कि लगभग दो लाख करोड़ रुपये की परियोजनाएं पहले ही आवंटित की जा चुकी हैं, और अगले साल मार्च तक इस संख्या को पांच लाख करोड़ रुपये तक बढ़ाने का लक्ष्य है। भविष्य में सालाना 10 लाख करोड़ रुपये की परियोजनाएं आवंटित करने की योजना है।