सऊदी अरब में उमरा तीर्थयात्रियों का भयानक सड़क हादसा
उमरा तीर्थयात्रियों का हादसा
उमरा तीर्थयात्रियों का हादसा: सऊदी अरब में एक गंभीर सड़क दुर्घटना ने 42 लोगों की जान ले ली है, जिनमें से अधिकांश हैदराबाद के निवासी थे। ये लोग मक्का-मदीना की उमरा यात्रा पर निकले थे और एक बस में सवार थे। यह दुर्घटना मुफरहाट क्षेत्र में हुई, जब उनकी बस एक डीजल टैंकर से टकरा गई।
इस टक्कर के परिणामस्वरूप बस में आग लग गई, जिससे अधिकांश यात्री प्रभावित हुए। इस घटना की जानकारी सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रही है, और हैदराबाद में लोग गहरे सदमे में हैं।
प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार, मृतकों में से 16 मल्लेपल्ली के निवासी हैं, जबकि अन्य टोली चौक, तप्पाचबूतरा, आसिफनगर और गोशामहल के हैं। इनमें से कई ने अपनी यात्रा स्थानीय ट्रैवल एजेंसियों के माध्यम से बुक की थी। पीड़ितों के परिवारों ने बताया कि 45 लोग अल मक्का टूर्स एंड ट्रैवल्स के जरिए गए थे, और कई अन्य ने मल्लेपल्ली की एक ट्रैवल एजेंसी से यात्रा की थी।
एक रिश्तेदार ने बताया कि बस में उनके परिवार के छह सदस्य थे, जिनमें तीन महिलाएं भी शामिल थीं। उन्हें देर रात यह जानकारी मिली कि यह हादसा मदीना से लगभग 25 किलोमीटर दूर हुआ। एक अन्य रिश्तेदार ने कहा, 'हमें अभी तक पूरी जानकारी नहीं मिली है कि क्या हुआ। जैसे ही हमें खबर मिली, हमने सांसद असदुद्दीन ओवैसी से संपर्क किया।' इस दुर्घटना ने उमरा तीर्थयात्रियों के लिए एक दुखद अध्याय लिखा है।
असदुद्दीन ओवैसी की प्रतिक्रिया
हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने इस हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया और कहा कि उन्हें अभी तक पूरी जानकारी नहीं मिली है। उन्होंने बताया कि वे सऊदी अरब में भारतीय दूतावास से लगातार संपर्क में हैं और विदेश मंत्री से भी चर्चा की है। उन्होंने केंद्र सरकार से शवों को भारत लाने में सहायता की अपील की।
ओवैसी ने कहा कि वे आधिकारिक चैनलों के माध्यम से मृतकों और घायलों की पहचान की पुष्टि करने की कोशिश कर रहे हैं। इस हादसे में हैदराबाद का संबंध होने के कारण ओवैसी और अधिक सक्रिय हो गए हैं।
उमरा यात्रा का दुखद अंत
कई परिवारों ने अपने प्रियजनों को पवित्र शहरों मक्का-मदीना के लिए उमरा यात्रा पर भेजा था। उन्होंने प्राइवेट ट्रैवल एजेंसियों के माध्यम से यात्रा बुक की थी, लेकिन किसी ने भी नहीं सोचा था कि यह धार्मिक यात्रा इतनी भयानक दुर्घटना में समाप्त होगी। मल्लेपल्ली, टोली चौक, तप्पाचबूतरा और आसपास के क्षेत्रों में स्थानीय समुदाय गहरे सदमे में है।
लोग हताहतों की आधिकारिक पुष्टि का इंतजार कर रहे हैं। सऊदी अधिकारियों और भारतीय दूतावास द्वारा पहचान और बचाव कार्य जारी है, और उमरा तीर्थयात्रियों के हादसे पर और अपडेट्स की उम्मीद है।
तेलंगाना के मुख्यमंत्री का शोक
तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने सोमवार को सऊदी अरब में उमरा पर गए भारतीयों से जुड़े इस बस हादसे पर शोक व्यक्त किया। राज्य सरकार ने कहा कि जब से यह खबर आई है कि भारतीय उमराह यात्रियों की मौत हुई है, वे रियाद में भारतीय दूतावास के संपर्क में हैं।
एक आधिकारिक बयान में सरकार ने पुष्टि की कि सीएम रेवंत रेड्डी ने नई दिल्ली के अधिकारियों को अलर्ट कर दिया है और दूतावास के साथ निकट समन्वय का आदेश दिया है। तेलंगाना सीएमओ के अनुसार, हैदराबाद के कई लोग उस बस में सवार थे जो मक्का से मदीना जा रही थी। इस दुर्घटना ने पूरे राज्य को हिला दिया है।
हैदराबाद में तेलंगाना के चीफ सेक्रेटरी रामकृष्ण राव ने दिल्ली में रेजिडेंट कमिश्नर गौरव उप्पल को सूचित किया। उन्होंने निर्देश दिया कि हादसे में हमारे राज्य के कितने लोग शामिल हैं, इसकी जानकारी इकट्ठा करें और सीएमओ को तुरंत रिपोर्ट करें। स्थिति पर नजर रखने के लिए सचिवालय में एक नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है। उमरा तीर्थयात्रियों के हादसे के कारण तेलंगाना सरकार अलर्ट मोड में है।
तेलंगाना सरकार का नियंत्रण कक्ष
सऊदी अरब में हुए बस हादसे में हैदराबाद के लोगों के शामिल होने की खबर मिलते ही राज्य सरकार सक्रिय हो गई। सरकार ने जेद्दा में महावाणिज्य दूतावास और रियाद में उप राजदूत से संपर्क किया। उन्होंने पूछा कि क्या राज्य से कोई तीर्थयात्री थे और यदि हां, तो कितने। सीएम रेवंत रेड्डी ने चीफ सेक्रेटरी और पुलिस डीजीपी को हादसे की पूरी जानकारी लाने का आदेश दिया।
दिल्ली में रेजिडेंट कमिश्नर और समन्वय सचिव को विदेश मंत्रालय के अधिकारियों के साथ समन्वय करने और पूरी जानकारी साझा करने का निर्देश दिया गया।
जरूरत पड़ने पर तुरंत राहत उपायों को लागू करने की सलाह दी गई। सीएम के आदेश पर चीफ सेक्रेटरी रामकृष्ण राव ने दिल्ली में समन्वय सचिव गौरव उप्पल को सूचना दी। सऊदी अरब में उमरा तीर्थयात्रियों के पीड़ित परिवारों को सही जानकारी और सहायता प्रदान करने के लिए नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है। इसके लिए दो फोन नंबर भी जारी किए गए हैं।
मक्का गए लोगों के परिवार और रिश्तेदार चिंतित हैं। वे ट्रैवल एजेंसियों के बाहर जाकर पूछताछ कर रहे हैं कि क्या उनके प्रियजनों का नाम मृतकों में है। इस घटना ने सभी के दिलों को छू लिया है।