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संसद में वंदे मातरम और चुनावी सुधारों पर होगी बहस

इस सप्ताह संसद में वंदे मातरम और चुनावी सुधारों पर महत्वपूर्ण बहस होने जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह बीजेपी का प्रतिनिधित्व करेंगे, जबकि विपक्ष की ओर से मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा जैसे नेता शामिल होंगे। यह बहस विभिन्न विचारों के कारण तीखी हो सकती है, खासकर 'वंदे मातरम' के उपयोग को लेकर। जानें इस बहस का महत्व और इसके संभावित प्रभावों के बारे में।
 

संसद में सत्ताधारी और विपक्ष के बीच टकराव

इस सप्ताह संसद में सत्ताधारी पार्टी बीजेपी और कांग्रेस के नेतृत्व वाले विपक्ष के बीच एक महत्वपूर्ण टकराव देखने को मिलेगा। सोमवार से, संसद में राष्ट्रीय गीत 'वंदे मातरम' और चुनावी सुधारों पर विशेष चर्चा की जाएगी, जिसमें सभी राजनीतिक दलों के सांसद भाग लेंगे.


दिग्गज नेता करेंगे बहस में भागीदारी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह बीजेपी की ओर से बहस में शामिल होंगे। वहीं, विपक्ष की तरफ से नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा, अखिलेश यादव, और कनिमोझी जैसे प्रमुख नेता अपनी बात रखेंगे.


वंदे मातरम पर चर्चा का आगाज

सोमवार दोपहर को लोकसभा में 'वंदे मातरम' पर चर्चा शुरू होगी, जिसकी शुरुआत प्रधानमंत्री मोदी करेंगे। कांग्रेस की ओर से उपनेता गौरव गोगोई और वरिष्ठ सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा भी इस बहस में शामिल होंगी। राज्यसभा में यह बहस मंगलवार को होगी, जिसमें गृह मंत्री अमित शाह शुरुआत करेंगे.


चुनावी सुधारों पर बहस का कार्यक्रम

लोकसभा में चुनावी सुधारों पर बहस मंगलवार को शुरू होगी, जो बुधवार तक चलने की संभावना है। दोनों सदनों में कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल इस बहस का समापन करेंगे.


विवादास्पद मुद्दों पर तीखी बहस की संभावना

यह माना जा रहा है कि 'वंदे मातरम' और चुनावी सुधारों पर विभिन्न विचारों के कारण सदन में तीखी बहस हो सकती है.


वंदे मातरम पर विवाद

प्रधानमंत्री मोदी ने पहले कांग्रेस पर आरोप लगाया था कि वह 'वंदे मातरम' का पूरा उपयोग नहीं कर रही है। कांग्रेस ने इस पर पलटवार करते हुए मोदी पर तथ्यों को तोड़ने-मरोड़ने का आरोप लगाया है। कांग्रेस रवींद्रनाथ टैगोर के एक पत्र का हवाला देती है, जिसमें कहा गया था कि 'वंदे मातरम' के केवल पहले दो छंदों को अपनाना चाहिए, क्योंकि बाद के छंदों में सांप्रदायिक भावनाएं हो सकती हैं.


चुनावी सुधारों पर विपक्ष का हमला

विपक्ष इस बहस के दौरान 'वोट चोरी' का मुद्दा उठाने की तैयारी कर रहा है। राहुल गांधी ने पहले ही 'वोट चोरी' के खिलाफ अभियान शुरू किया है और चुनाव आयोग पर आरोप लगाया है कि वह चुनावी रोल में हेरफेर कर बीजेपी की मदद कर रहा है.


दोनों पक्षों के बीच सहमति

यह बहस विपक्ष की कड़ी मांग के बाद तय की गई है। पहले विपक्ष ने केवल चुनावी सुधारों के विवादास्पद SIR पर बहस पर जोर दिया था, लेकिन 'वंदे मातरम' पर चर्चा करने और चुनावी सुधारों को केवल SIR तक सीमित न रखने पर सहमति बनने के बाद दोनों पक्षों के बीच समझौता हुआ.