संसद में डिजिटल उपस्थिति प्रणाली का आगाज़
भारत के नए संसद भवन में सांसदों ने एक नई मल्टी-मीडिया डिवाइस प्रणाली के माध्यम से अपनी उपस्थिति ऑनलाइन दर्ज करना शुरू कर दिया है। यह प्रणाली पारंपरिक भौतिक रजिस्टर को बदलते हुए सांसदों को अपनी सीट से सीधे उपस्थिति दर्ज करने की सुविधा देती है। ओम बिरला के नेतृत्व में शुरू की गई इस पहल के तहत, सांसद अब विभिन्न सुरक्षित तरीकों से अपनी उपस्थिति की पुष्टि कर सकते हैं। जानें इस प्रणाली के कार्यप्रणाली और इसके लाभों के बारे में।
Jul 14, 2025, 16:54 IST
सांसदों की ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करने की नई प्रणाली
सांसदों ने अब एक नवीन मल्टी-मीडिया डिवाइस (MMD) प्रणाली का उपयोग करते हुए अपनी निर्धारित सीटों से ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करना शुरू कर दिया है। यह डिजिटल परिवर्तन भारत के नए संसद भवन में प्रक्रियाओं को बेहतर बनाने के लिए सरकार के प्रयासों का हिस्सा है।
भौतिक रजिस्टर से डिजिटल समाधान की ओर
पहले, सांसदों को लोकसभा या राज्यसभा में प्रवेश से पहले एक भौतिक उपस्थिति रजिस्टर पर हस्ताक्षर करना पड़ता था। नए संसद भवन के उद्घाटन के बाद, यह प्रक्रिया अब कक्ष के प्रवेश द्वार पर रखे गए टैबलेट के माध्यम से स्टाइलस-आधारित उपस्थिति से बदल दी गई है। नई MMD प्रणाली सांसदों को अपनी सीट से सीधे उपस्थिति दर्ज करने की सुविधा देती है, जिससे समय की बचत होती है और कतारों से बचा जा सकता है।
उपस्थिति दर्ज करने के सुरक्षित विकल्प
MMD प्रणाली सांसदों को अपनी उपस्थिति की पुष्टि करने के लिए कई विकल्प प्रदान करती है। वे अंगूठे के निशान, पिन नंबर, या मल्टीमीडिया डिवाइस कार्ड का उपयोग कर सकते हैं। इसके अलावा, सांसद टैबलेट पर ड्रॉप-डाउन मेनू से अपना नाम चुन सकते हैं, डिजिटल पेन से हस्ताक्षर कर सकते हैं, और उपस्थिति दर्ज करने के लिए 'सबमिट' बटन दबा सकते हैं। यह डिजिटल प्रक्रिया दक्षता और सटीकता को बढ़ाती है, और उपस्थिति की त्वरित रिकॉर्डिंग सुनिश्चित करती है।
ओम बिरला की अगुवाई में यह पहल
यह प्रणाली लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के नेतृत्व में शुरू की गई है, जो कागज़ रहित संसद के समर्थक रहे हैं। प्रत्येक सांसद की सीट पर लगे टैबलेट, जो पहले संसदीय दस्तावेज़ों और दिन के एजेंडे तक पहुँचने के लिए थे, अब उपस्थिति दर्ज करने के लिए भी उपयोग किए जा रहे हैं। हालांकि, लोकसभा ने इस नई प्रणाली को अपनाया है, लेकिन राज्यसभा में अभी भी पुरानी उपस्थिति पद्धति का पालन किया जा रहा है।