संसद का मानसून सत्र 21 जुलाई से शुरू होगा, 13-14 अगस्त को होगा अवकाश
भारत की संसद का मानसून सत्र 21 जुलाई से शुरू होगा और 21 अगस्त तक चलेगा। इस दौरान 13 और 14 अगस्त को अवकाश रहेगा। केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने बताया कि राष्ट्रपति ने सत्र को आगे बढ़ाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। इस सत्र में विपक्षी दलों द्वारा कई मुद्दों पर चर्चा की जाएगी, जिसमें पहलगाम आतंकी हमला शामिल है। जानें इस सत्र की महत्वपूर्ण तिथियाँ और संभावित विधेयक।
Jul 3, 2025, 13:09 IST
संसद का मानसून सत्र
भारत की संसद का आगामी मानसून सत्र 21 जुलाई से 21 अगस्त, 2025 तक आयोजित किया जाएगा। इस दौरान 13 और 14 अगस्त को दो दिवसीय अवकाश रहेगा। केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने आज जानकारी दी कि इस सत्र के लिए केंद्र सरकार ने 19 जुलाई को सर्वदलीय बैठक का आयोजन किया है। उन्होंने बताया कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सत्र को आगे बढ़ाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।
पहले इस सत्र को 12 अगस्त को समाप्त करने की योजना थी। रिजिजू ने कहा, "भारत के माननीय राष्ट्रपति ने 21 जुलाई से 21 अगस्त, 2025 तक संसद का मानसून सत्र बुलाने के सरकार के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।" उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि स्वतंत्रता दिवस समारोह के मद्देनजर 13 और 14 अगस्त को कोई बैठक नहीं होगी। स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त को है, इसलिए आवश्यक तैयारियों के लिए दो दिन का अवकाश निर्धारित किया गया है।
यह मानसून सत्र ऑपरेशन सिंदूर के बाद का पहला सत्र होगा, और इसमें हंगामे की संभावना है। विपक्षी दल पहलगाम आतंकी हमले पर चर्चा करने की मांग कर रहे हैं। भाजपा के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) सरकार ने भी विपक्ष के मुद्दों का सामना करने के लिए रणनीति बनाना शुरू कर दिया है।
सूत्रों के अनुसार, भाजपा सत्र से पहले एनडीए सहयोगियों की बैठक बुला सकती है ताकि अपनी रणनीति को अंतिम रूप दिया जा सके। संसदीय परंपरा के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 21 जुलाई को सत्र के पहले दिन संसद परिसर में मीडिया को संबोधित करेंगे। इस सत्र के दौरान कई विधेयक, जिसमें बीमा से संबंधित विधेयक भी शामिल हैं, पेश किए जाने की उम्मीद है।