श्रीनगर में धमाके से हड़कंप, नौ लोगों की मौत
श्रीनगर में भयानक धमाका
श्रीनगर। शनिवार की रात जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में एक जोरदार धमाका हुआ, जिसने पूरे शहर को हिला कर रख दिया। यह विस्फोट नौगाम पुलिस स्टेशन के पास लगभग 11:22 बजे हुआ, और इसकी आवाज़ ने सभी को दहशत में डाल दिया।
धमाके की तीव्रता
इस धमाके की तीव्रता इतनी अधिक थी कि आसपास खड़ी लगभग दस गाड़ियां आग की लपटों में जल गईं। यह दृश्य, जिसमें धुंआ, चीखें और घबराहट शामिल थीं, एक ऐसा मंजर था जिसे लोग लंबे समय तक नहीं भूल पाएंगे। अधिकारियों के अनुसार, यह विस्फोट तब हुआ जब पुलिस और फॉरेंसिक टीम अमोनियम नाइट्रेट के सैंपल ले रही थी, जिसे पहले फरीदाबाद में एक संदिग्ध से जब्त किया गया था। यह विस्फोटक उसी मामले से संबंधित था, जिसमें आरोपी डॉ. मुजम्मिल गनई का नाम शामिल है, जो दिल्ली में पहले हुए एक बड़े कार ब्लास्ट से जुड़ा था। इस घटना के परिणामस्वरूप नौ लोगों की जान गई और 32 अन्य गंभीर रूप से घायल हुए, जिन्हें नज़दीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
पीड़ितों की पहचान
मारे गए लोगों में एक इंस्पेक्टर, तीन फॉरेंसिक टीम के सदस्य, दो क्राइम ब्रांच के फ़ोटोग्राफ़र, दो राजस्व अधिकारी और एक दर्जी शामिल हैं। ये सभी लोग कानून और सुरक्षा के लिए काम कर रहे थे, लेकिन इस घटना में उनकी जान चली गई। डीजीपी नलिन प्रभात ने मीडिया से कहा कि यह घटना एक 'हादसा' थी, जानबूझकर किया गया हमला नहीं। लेकिन यह सवाल उठता है कि अगर सुरक्षा के बीच ऐसी घटनाएं हो सकती हैं, तो आम नागरिक कितनी सुरक्षित महसूस कर सकते हैं?
विस्फोटक की पृष्ठभूमि
इस विस्फोटक की कहानी काफी जटिल है। बताया गया है कि यह वही अमोनियम नाइट्रेट था, जो फरीदाबाद में डॉ. गनई के किराए के घर से बरामद किया गया था। गनई को पहले ही दिल्ली ब्लास्ट केस में गिरफ्तार किया गया था, जिसमें 13 लोगों की जान गई थी।