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शेयर बाजार में तेजी: निवेशकों ने कमाए 4 लाख करोड़, जानें कारण

शेयर बाजार में चार दिनों की गिरावट के बाद शुक्रवार को तेजी का माहौल देखने को मिला। सेंसेक्स में लगभग 600 अंकों की बढ़त हुई, जिसका मुख्य कारण अमेरिका में महंगाई का अनुमान से कम होना है। इसके अलावा, रुपये में मजबूती और विदेशी निवेशकों की खरीदारी ने भी बाजार को सहारा दिया। इस तेजी के चलते निवेशकों ने 4 लाख करोड़ रुपये की कमाई की। जानें और क्या कारण हैं इस तेजी के पीछे और किस तरह के आंकड़े सामने आए हैं।
 

शेयर बाजार में तेजी का माहौल

चार दिनों की गिरावट के बाद शेयर बाजार में शुक्रवार को तेजी का माहौल है.

लगातार चार दिनों की गिरावट के बाद, निवेशकों ने राहत की सांस ली है। सेंसेक्स शुक्रवार को लगभग 600 अंकों की बढ़त के साथ कारोबार कर रहा है। इसके पीछे कई कारण हैं, लेकिन सबसे प्रमुख अमेरिका में महंगाई का अनुमान से कम होना है, जिससे ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदें बढ़ गई हैं। इसके अलावा, रुपये में लगातार तीसरे दिन तेजी ने भी सकारात्मक माहौल बनाया है। विदेशी निवेशकों की खरीदारी और कच्चे तेल की कीमतें 60 डॉलर से नीचे आने से भी बाजार को समर्थन मिला है।

देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में भी तेजी देखी जा रही है। फार्मा और आईटी सेक्टर में भी उछाल आया है। इस कारण कारोबारी सत्र के दौरान निवेशकों ने 4 लाख करोड़ रुपये की कमाई की है। आइए जानते हैं कि शेयर बाजार में क्या आंकड़े देखने को मिल रहे हैं और तेजी के कारण क्या हैं।


शेयर बाजार में तेजी के आंकड़े

शेयर बाजार में तेजी

चार दिनों की गिरावट के बाद, सप्ताह के अंत में शेयर बाजार में तेजी आई है। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 585.69 अंकों की बढ़त के साथ 85,067.5 अंकों पर कारोबार कर रहा है। एक दिन पहले सेंसेक्स 84,481.81 अंकों पर बंद हुआ था। दोपहर 11:50 बजे सेंसेक्स 323.45 अंकों की बढ़त के साथ 84,804.41 अंकों पर कारोबार कर रहा था।

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख सूचकांक निफ्टी भी तेजी के साथ कारोबार कर रहा है। आंकड़ों के अनुसार, निफ्टी 163.7 अंकों की बढ़त के साथ 25,979.25 अंकों पर कारोबार कर रहा है। 11:50 बजे निफ्टी 112 अंकों की बढ़त के साथ 25,926.55 अंकों पर था।


शेयर बाजार में तेजी के कारण

क्यों आई शेयर बाजार में तेजी?

  1. अमेरिकी महंगाई में कमी: अमेरिकी महंगाई के नरम आंकड़ों के बाद भारतीय शेयर बाजार में तेजी आई है, जिससे ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदें बढ़ गई हैं। सीपीआई रिपोर्ट के अनुसार, नवंबर में कंज्यूमर कीमतों में अपेक्षा से कम वृद्धि हुई।
  2. विदेशी बाजारों में तेजी: एशियाई और अमेरिकी बाजारों में तेजी का असर भी भारतीय शेयर बाजार पर पड़ा है। जापान में ब्याज दरों में वृद्धि के कारण एशियाई शेयर बाजारों में उछाल आया है।
  3. विदेशी निवेशकों की खरीदारी: विदेशी संस्थागत निवेशकों ने लगातार दूसरे सत्र में शुद्ध खरीदारी की है। 18 दिसंबर को उन्होंने लगभग 596 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
  4. रुपए में मजबूती: शुक्रवार को भारतीय रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 24 पैसे मजबूत होकर 89.96 पर पहुंच गया।
  5. कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट: इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल के दाम 60 डॉलर से नीचे आ गए हैं, जिससे शेयर बाजार को समर्थन मिला है।


निवेशकों को लाभ

निवेशकों को झोली में आए 4 लाख करोड़

शेयर बाजार में आई तेजी के कारण निवेशकों को बड़ा लाभ हुआ है। बीएसई का मार्केट कैप एक दिन पहले 4,65,79,876.65 करोड़ रुपये था, जो अब बढ़कर 4,69,77,023.71 करोड़ रुपये हो गया है। इसका मतलब है कि बीएसई के मार्केट कैप में 3,97,147.06 करोड़ रुपये का इजाफा हुआ है।