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शुक्रवार व्रत के नियम: धन और समृद्धि के लिए महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश

शुक्रवार का दिन मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस दिन विशेष व्रत और पूजा विधियों का पालन किया जाता है। जानें इस दिन के नियम, जैसे कि तामसिक भोजन से परहेज, खरीदारी के लिए उचित वस्तुएं, और उधारी के लेन-देन से बचने के उपाय। यह जानकारी आपको आर्थिक समृद्धि और सुख-शांति प्राप्त करने में मदद करेगी।
 

शुक्रवार का महत्व और व्रत के नियम

शुक्रवार का दिन विशेष रूप से शुभ माना जाता है, क्योंकि यह मां लक्ष्मी, जो धन और समृद्धि की देवी हैं, से जुड़ा हुआ है। इस दिन संतोषी माता और शीतला माता की पूजा का भी महत्व है। भक्तजन अक्सर संतोषी माता और वैभवलक्ष्मी के व्रत रखते हैं। मान्यता है कि यदि इन व्रतों को विधिपूर्वक किया जाए, तो बड़ी से बड़ी इच्छाएं पूरी हो सकती हैं। हालांकि, शुक्रवार के दिन कुछ कार्यों से बचना चाहिए, क्योंकि ऐसा करने से जीवन में आर्थिक संकट आ सकता है।


शुक्रवार को तामसिक भोजन का सेवन नहीं करना चाहिए, क्योंकि यह मां लक्ष्मी को नाराज कर सकता है। इस दिन केवल घर का बना सात्विक भोजन करना उचित है। मांसाहार और खट्टी चीजों का सेवन भी वर्जित है।


इसके अलावा, शुक्रवार को प्रॉपर्टी, इलेक्ट्रॉनिक सामान, रसोई के सामान और पूजा से संबंधित वस्तुओं की खरीदारी नहीं करनी चाहिए। खट्टी चीजें खरीदना भी अशुभ माना जाता है। इस दिन सोने-चांदी, लग्जरी गाड़ियों और सजावटी सामान की खरीदारी शुभ होती है, जिससे घर में समृद्धि आती है।


शुक्रवार के दिन उधारी का लेन-देन करने से भी बचना चाहिए, क्योंकि इससे लक्ष्मी माता नाराज हो सकती हैं और कुंडली में शुक्र ग्रह कमजोर हो सकता है, जिससे आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ सकता है।