शिक्षकों का अनिवार्य TET के खिलाफ दिल्ली में घेराव, 24 नवंबर को होगा प्रदर्शन
शिक्षकों ने अनिवार्य शिक्षक पात्रता परीक्षा (TET) के खिलाफ 24 नवंबर को दिल्ली में घेराव करने का निर्णय लिया है। सुप्रीम कोर्ट के हालिया फैसले के बाद, शिक्षकों ने इस परीक्षा को अनिवार्य करने का विरोध शुरू किया है। इस प्रदर्शन में देशभर के शिक्षक शामिल होंगे और केंद्र सरकार से इस मुद्दे पर कानून लाने की मांग करेंगे। जानें इस आंदोलन की पूरी योजना और शिक्षकों की चिंताएं।
Oct 13, 2025, 12:50 IST
शिक्षकों का विरोध प्रदर्शन
शिक्षकों के लिए अनिवार्य TET का हो रहा है विरोधImage Credit source: Getty image
हाल ही में, सुप्रीम कोर्ट ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है, जिसके अनुसार सभी शिक्षकों के लिए शिक्षक पात्रता परीक्षा (TET) को अनिवार्य कर दिया गया है। इस निर्णय के बाद, सरकारी स्कूलों में कार्यरत नियमित शिक्षकों को एक निश्चित समय सीमा के भीतर TET पास करना आवश्यक होगा। इसके परिणामस्वरूप, देशभर के शिक्षक इस निर्णय का विरोध कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश सरकार ने भी इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दायर की है। इसी बीच, शिक्षकों ने 24 नवंबर को दिल्ली में एक बड़े घेराव का आयोजन करने का निर्णय लिया है।
आइए जानते हैं कि शिक्षकों का विरोध प्रदर्शन कैसे आयोजित किया जाएगा और इसके पीछे की योजना क्या है।
बैठक में लिया गया निर्णय
रविवार को आयोजित एक ऑनलाइन बैठक में शिक्षकों ने 24 नवंबर को दिल्ली में घेराव करने का निर्णय लिया। इस बैठक में अखिल भारतीय प्राथमिक शिक्षक संघ के बैनर तले कई राज्यों के शिक्षक शामिल हुए। संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष वासवराज गुरिकर और महासचिव कमलाकांत त्रिपाठी ने कहा कि शिक्षकों के लिए TET को अनिवार्य करना उचित नहीं है। उन्होंने यह भी बताया कि कई शिक्षक पहले से ही सेवाएं दे रहे हैं, इसलिए उनके लिए TET अनिवार्य करना समझ से परे है।
कानून बनाने की मांग
बैठक में यह भी चर्चा की गई कि दिल्ली घेराव के दौरान शिक्षकों द्वारा केंद्र सरकार के समक्ष अनिवार्य TET के मुद्दे को उठाया जाएगा। शिक्षकों की मांग होगी कि इस संबंध में एक कानून या अध्यादेश लाया जाए, ताकि उनकी सेवाएं सुरक्षित रह सकें।
राज्यों से शिक्षकों की भागीदारी
24 नवंबर को होने वाले घेराव में देशभर के शिक्षकों को एकत्रित करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए विभिन्न राज्यों के संगठनों को जिम्मेदारी दी गई है। यूपी प्रदेश के महामंत्री उमाशंकर सिंह ने बताया कि घेराव की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं और अगली बैठक 15 अक्टूबर को होगी, जिसमें सभी संगठनों को उनकी जिम्मेदारियों के बारे में बताया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि यूपी से बड़ी संख्या में शिक्षक इस कार्यक्रम में भाग लेंगे।
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