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शिकागो में नेशनल गार्ड की तैनाती: ट्रंप प्रशासन की सुरक्षा रणनीति पर विवाद

शिकागो में 500 नेशनल गार्ड सैनिकों की तैनाती ट्रंप प्रशासन के आदेश पर की गई है, जिसका उद्देश्य संघीय एजेंटों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। हालांकि, इस तैनाती को लेकर कानूनी चुनौतियाँ भी सामने आई हैं। इलिनॉय के गवर्नर और शिकागो के मेयर ने इस निर्णय को अदालत में चुनौती दी है। जानें इस तैनाती के पीछे की रणनीति और इसके संभावित प्रभाव।
 

नेशनल गार्ड की तैनाती का आदेश


वाशिंगटन। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के निर्देश पर शिकागो में 500 नेशनल गार्ड सैनिकों को तैनात किया गया है। ये सैनिक टेक्सास और इलिनॉय से भेजे गए हैं, और इनकी तैनाती ग्रेटर शिकागो में संघीय एजेंटों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए की गई है। हालांकि, इस तैनाती के खिलाफ कानूनी विवाद अभी भी जारी है। जानकारी के अनुसार, इन सैनिकों की तैनाती कम से कम दो महीने के लिए निर्धारित की गई है।


सैनिकों की तैनाती और सुरक्षा उपाय

सीबीएस न्यूज चैनल की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी रक्षा विभाग के उत्तरी कमान ने बताया कि टेक्सास नेशनल गार्ड के लगभग 200 और इलिनॉय नेशनल गार्ड के 300 सैनिक ग्रेटर शिकागो क्षेत्र में तैनात किए गए हैं। इनकी तैनाती कम से कम 60 दिनों तक जारी रहेगी। उत्तरी कमान ने एक बयान में कहा, “ये बल अमेरिकी आव्रजन और सीमा शुल्क प्रवर्तन तथा अन्य सरकारी कर्मियों की सुरक्षा करेंगे।”


रिपोर्ट में कहा गया है कि नेशनल गार्ड के सैनिकों को दक्षिण-पश्चिम उपनगरीय एलवुड में अमेरिकी सेना रिजर्व केंद्र में तैनात किया गया है। मंगलवार को टेक्सास नेशनल गार्ड के सैनिकों के आगमन के बाद नई बाड़ लगाई गई। कर्मचारियों ने मौजूदा बाड़ के अंदर गुप्त स्क्रीन भी लगाई हैं। यहां कई सैनिक सामान से भरे बैग लेकर आते देखे गए, और कुछ के हाथों में राइफलें और फोल्डिंग कुर्सियां भी थीं।


कानूनी चुनौतियाँ और प्रतिक्रिया

उत्तरी कमान ने कहा कि संपत्ति की सुरक्षा के लिए पहले से तैनात संघीय एजेंटों की सुरक्षा के लिए नेशनल गार्ड के सैनिकों को सुरक्षा घेरा स्थापित करने, भीड़ नियंत्रण करने और तनाव कम करने की जिम्मेदारी दी गई है। सैनिकों को संघीय एजेंटों पर हमले या हस्तक्षेप को रोकने के लिए लोगों को अस्थायी रूप से हिरासत में रखने का अधिकार दिया गया है, लेकिन उत्तरी कमान ने कहा कि वे प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार नहीं करेंगे।


इलिनॉय राज्य के नेताओं ने कहा कि उन्हें सोमवार रात को ही पता चला कि 200 सैनिक मंगलवार से एलवुड बेस पर तैनात होंगे। सेवानिवृत्त अमेरिकी सेना के मेजर जनरल रिचर्ड हेस ने कहा कि अपने 30 साल के करियर में उन्होंने कभी किसी दूसरे राज्य के नेशनल गार्ड को संघीयकृत होते और फिर दूसरे राज्य में भेजे जाते नहीं देखा। रिपोर्ट में कहा गया है कि इलिनॉय राज्य के गवर्नर जेबी प्रित्जकर और शिकागो के मेयर ब्रैंडन जॉनसन ने ट्रंप प्रशासन की नेशनल गार्ड की तैनाती को अदालत में चुनौती दी है।


अदालत में सुनवाई और राष्ट्रपति का बयान

संघीय न्यायाधीश अप्रैल पेरी ने सैनिकों की तैनाती पर रोक लगाने के लिए एक अस्थायी निरोधक आदेश के अनुरोध पर बहस के लिए गुरुवार को सुनवाई निर्धारित की है। पेरी ने मुकदमा दायर होने पर संघीय सरकार को संक्षिप्त विवरण दाखिल करने के लिए समय देने के लिए तत्काल निरोधक आदेश जारी करने से इनकार कर दिया। इस चुनौती पर सरकार ने तर्क दिया कि राष्ट्रपति ट्रंप के पास सैनिकों को तैनात करने का कानूनी अधिकार है।


चैनल की रिपोर्ट में कहा गया है कि ओरेगन के एक संघीय न्यायाधीश ने ट्रंप प्रशासन के पोर्टलैंड में एक भी राष्ट्रीय गार्ड इकाई की तैनाती पर रोक लगा दी है। न्यायाधीश ने कहा कि पोर्टलैंड के आव्रजन प्रसंस्करण केंद्र के बाहर छोटे विरोध प्रदर्शन संघीय बलों के इस्तेमाल को उचित नहीं ठहराते। इस पर ट्रंप ने कहा कि यदि आवश्यक हुआ तो वह विद्रोह अधिनियम लागू कर सकते हैं।


शिकागो का महत्व

शिकागो, जो अमेरिका के इलिनॉय राज्य में स्थित है, मध्य-पश्चिमी क्षेत्र में मिशिगन झील के किनारे बसा हुआ एक प्रमुख शहर है। यह अमेरिका का तीसरा सबसे अधिक आबादी वाला शहर और मध्य-पश्चिमी क्षेत्र का सबसे बड़ा महानगरीय क्षेत्र है।