शारदीय नवरात्रि 2025: देवी दुर्गा की पूजा के सरल उपाय
शारदीय नवरात्रि 2025 का महत्व
शारदीय नवरात्रि 2025: शारदीय नवरात्रि का पर्व चल रहा है, जो विजय दशमी तक 2 अक्टूबर तक जारी रहेगा। इस समय को देवी दुर्गा के नौ रूपों की पूजा का अवसर माना जाता है, जिससे भक्तों को अनंत आशीर्वाद प्राप्त होता है। यदि इस अवधि में सच्चे मन से पूजा और उपवास किया जाए, तो भक्त की सभी कठिनाइयाँ दूर होती हैं। इसके अलावा, देवी सभी इच्छाओं को पूरा करती हैं। लेकिन यदि किसी कारणवश आप नवरात्रि का उपवास नहीं रख पा रहे हैं, तो भी आप कुछ सरल उपायों के माध्यम से माँ दुर्गा का आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं। आइए जानते हैं इन उपायों के बारे में।
शारदीय नवरात्रि 2025 का कैलेंडर
शारदीय नवरात्रि 2025 कैलेंडर
22 सितंबर 2025 – प्रतिपदा (शैलपुत्री पूजा)
23 सितंबर 2025 – द्वितीया (ब्रह्मचारिणी पूजा)
24 सितंबर 2025 – तृतीया (चंद्रघंटा पूजा)
26 सितंबर 2025 – चतुर्थी (कुशमंडा पूजा)
27 सितंबर 2025 – पंचमी (स्कंदमाता पूजा)
28 सितंबर 2025 – महाशष्ठी (कात्यायनी पूजा)
29 सितंबर 2025 – महासप्तमी (कालरात्रि पूजा)
30 सितंबर 2025 – महाअष्टमी (महागौरी पूजा)
1 अक्टूबर 2025 – महानवमी (सिद्धिदात्री पूजा)
2 अक्टूबर 2025 – विजयादशमी
अनिवार्य उपाय
इन उपायों का पालन करें
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, नवरात्रि के दौरान देवी की प्रतिदिन पूजा करें। इस समय देवी दुर्गा को गुड़हल के फूल अर्पित करें। इसका प्रभाव इच्छित परिणाम लाता है।
माना जाता है कि देवी दुर्गा के मंदिर में पान का पत्ता अर्पित करने से आपके कार्यों में बाधाएँ दूर होती हैं। यह सरल उपाय आपके लिए लाभकारी हो सकता है।
नवरात्रि पूजा के दौरान लाल ऊनी आसन पर बैठें। फिर देवी की पूजा करें और उनके नामों का स्मरण करें। इससे आपके जीवन में सकारात्मकता और ऊर्जा बनी रहती है।
शारदीय नवरात्रि के दौरान लाल वस्त्र, पीतल की घंटियाँ, भोजन, कपड़े और धन का दान करने से शुभता आती है।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, दैनिक पूजा के दौरान दुर्गा चालीसा का पाठ मानसिक शांति, रोगों से मुक्ति और कर्ज से राहत दिलाता है। आप यहाँ चालीसा भी पढ़ सकते हैं।
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