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शादी में जेवरात की कमी से हुआ हंगामा, दूल्हा बना बंधक

उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में एक शादी समारोह में दूल्हे द्वारा कम जेवरात लाने पर दुल्हन ने शादी से इनकार कर दिया। इस विवाद ने दोनों परिवारों के बीच हंगामा खड़ा कर दिया, जिसके चलते दूल्हे और उसके रिश्तेदारों को बंधक बना लिया गया। पंचायत के माध्यम से मामले का समाधान किया गया, लेकिन बारात को बिना दुल्हन के लौटना पड़ा। जानिए इस अनोखी घटना के बारे में और क्या हुआ आगे।
 

शादी में विवाद का कारण

शादी केवल एक रस्म नहीं होती, बल्कि यह दो परिवारों के बीच एक महत्वपूर्ण संबंध स्थापित करने का अवसर है। लेकिन कभी-कभी कुछ घटनाएं इस खुशी के मौके को खराब कर देती हैं। ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में सामने आया है, जहां दूल्हे के कम जेवरात लाने के कारण विवाद उत्पन्न हो गया। दुल्हन ने जब चढ़ावे के जेवर देखे, तो वह भड़क गई, जिसके बाद दोनों पक्षों के बीच तीखी बहस हुई। बाराती इस हंगामे को देखकर वहां से चले गए, लेकिन विवाद जारी रहा।


घटना का विस्तार

इस मामले ने तब और तूल पकड़ा जब दुल्हन के परिवार ने दूल्हे और उसके करीबी रिश्तेदारों को बंधक बना लिया। इसके बाद पंचायत बुलाई गई, जिसमें दोनों पक्षों के बीच समझौता हुआ। दुल्हन ने जेवरात की कमी के कारण शादी से इनकार कर दिया, जिससे बारात को बिना दुल्हन के लौटना पड़ा।


शादी की तैयारी

गाजीपुर थाना क्षेत्र के सुकेती गांव के राम किशोर राजपूत ने अपने बेटे की शादी बिंदकी के चुरामन खेड़ा गांव में तय की थी। बारात धूमधाम से दुल्हन के घर पहुंची और उनका स्वागत किया गया। अगवानी और जयमाल का कार्यक्रम भी सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। लेकिन जब दूल्हे के परिजन दुल्हन के लिए लाए गए जेवर दिखाने आए, तो विवाद शुरू हो गया।


पंचायत का निर्णय

दुल्हन के पिता ने दूल्हे के पिता को बुलाकर चढ़ावे के जेवरात देखने की बात कही। जब दूल्हे के पिता ने जेवर दिखाए, तो दुल्हन के पिता ने कहा कि ये बहुत कम हैं। दुल्हन ने जब यह सुना, तो वह भी जेवर देखने पहुंच गई और शादी से मना कर दिया। बिंदकी थाने के इंस्पेक्टर रविंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि इस मामले में किसी पक्ष से कोई शिकायत नहीं आई है, इसलिए कोई मामला दर्ज नहीं किया गया।


समझौता और वापसी



दूल्हे और उसके रिश्तेदारों को बनाया बंधक…


दुल्हन के इनकार के बाद, दुल्हन के परिवार ने दूल्हे और उसके करीबी रिश्तेदारों को बंधक बना लिया। पंचायत शनिवार रात से शुरू हुई और रविवार दोपहर को समाप्त हुई। दुल्हन के पिता ने स्वागत में खर्च हुए पैसे की मांग की। 8 घंटे बाद जब शादी के खर्च का हिसाब हुआ, तो दूल्हे के पिता ने सहमति दी और बारात बिना दुल्हन के लौट गई। दुल्हन के पिता ने 15 दिन में हिसाब करने का वादा किया है। फिलहाल, दोनों पक्षों ने आपसी बातचीत से मामले को सुलझा लिया है।