वीके शशिकला का अन्नाद्रमुक को पुनर्जीवित करने का संकल्प
वीके शशिकला ने अन्नाद्रमुक को पुनर्जीवित करने का संकल्प लिया है और दिवंगत मुख्यमंत्री जयललिता के शासन मॉडल को बहाल करने की इच्छा व्यक्त की है। उन्होंने सक्रिय राजनीति में वापसी के अपने इरादे का संकेत दिया और मौजूदा नेतृत्व पर आंतरिक समस्याएँ पैदा करने का आरोप लगाया। शशिकला ने डीएमके सरकार की आलोचना करते हुए लोगों से सोच-समझकर वोट देने की अपील की। उनके विचारों और योजनाओं के बारे में जानें।
Aug 18, 2025, 19:37 IST
शशिकला की राजनीति में वापसी
पूर्व अन्नाद्रमुक नेता वीके शशिकला ने पार्टी को पुनर्जीवित करने और दिवंगत मुख्यमंत्री जे. जयललिता के शासन के मॉडल को पुनर्स्थापित करने का दृढ़ संकल्प व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि उनके पास इस कार्य के लिए आवश्यक ज्ञान और अनुभव है। शशिकला ने सक्रिय राजनीति में लौटने और अन्नाद्रमुक के पुनर्निर्माण की अपनी योजनाओं का संकेत दिया। एआईएडीएमके की वर्तमान स्थिति पर चर्चा करते हुए, उन्होंने कहा कि यह स्थिति अभी भी वैसी ही है और इसे बदलना उनकी जिम्मेदारी है। उन्होंने यह भी कहा कि जो कठिनाइयाँ सामने आई हैं, उन्हें केवल अनुभवी लोग ही हल कर सकते हैं। कई लोग मानते हैं कि राजनीति में आकर सब कुछ हासिल किया जा सकता है, लेकिन यह एक अलग क्षेत्र है। जो सही तरीके से कार्य कर सकता है, वही कुछ हासिल कर सकता है। उन्होंने कहा, 'मैं अम्मा का शासन वापस लाऊँगी। चाहे कितनी भी कठिनाइयाँ क्यों न हों, हम इसे पुनः स्थापित करेंगे।'
पार्टी के भीतर की चुनौतियाँ
शशिकला ने यह भी स्पष्ट किया कि उनका इरादा सक्रिय राजनीति में लौटकर अन्नाद्रमुक को मजबूत करना है, खासकर जब वरिष्ठ नेताओं के दूसरी पार्टियों में जाने की चिंताएँ और पार्टी के भीतर असमंजस की स्थिति है। उन्होंने मौजूदा नेतृत्व पर आंतरिक समस्याएँ पैदा करने का आरोप लगाया और कहा कि केवल पार्टी की गहरी समझ रखने वाले ही इन मुद्दों को सुलझा सकते हैं।
राजनीतिक परिदृश्य पर टिप्पणी
तमिलनाडु के राजनीतिक परिदृश्य पर बात करते हुए, शशिकला ने डीएमके के नेतृत्व वाली राज्य सरकार की आलोचना की और कहा कि इस बार लोगों को सोच-समझकर वोट देना होगा। उन्होंने कहा कि अम्मा जयललिता ने तमिलनाडु को बेहतर बनाने के लिए काम किया था, लेकिन अब स्थिति बदल गई है। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें नींद नहीं आ रही है क्योंकि उन्होंने अच्छा शासन दिया है और वर्तमान स्थिति के कारण होने वाले दर्द को समझती हैं।
शशिकला का स्पष्ट संदेश
उन्होंने एमके स्टालिन को चेतावनी दी कि वह दोबारा सरकार नहीं बना सकते। एआईएडीएमके के शासनकाल में सफाई कर्मचारियों का निजीकरण किया गया था, जो गलत था। जब तक जयललिता जीवित थीं, ऐसे कदम नहीं उठाए गए थे।