विवाह पंचमी 2025: इस दिन करें ये 5 विशेष कार्य, धन का भंडार रहेगा भरा!
विवाह पंचमी का महत्व
श्रीराम और माता सीताImage Credit source: Unplash
विवाह पंचमी 2025: विवाह पंचमी एक महत्वपूर्ण धार्मिक उत्सव है, जो हर साल मार्गशीर्ष माह की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है। इस वर्ष यह पर्व 25 नवंबर को आएगा। मान्यता है कि इसी दिन भगवान श्रीराम और माता सीता का विवाह हुआ था, और इस दिन की पूजा विधिपूर्वक की जानी चाहिए।
कहा जाता है कि विवाह पंचमी के दिन श्रीराम और माता सीता की पूजा करने से घर में सुख-समृद्धि आती है, लेकिन इस दिन विवाह नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से वैवाहिक जीवन में कठिनाइयाँ आ सकती हैं। इस दिन कुछ विशेष कार्य करने से घर में धन का भंडार बना रहता है।
करें ये पांच कार्य
कन्यादान करें
शास्त्रों के अनुसार, कन्यादान सबसे बड़े दानों में से एक है। विवाह पंचमी के दिन किसी गरीब कन्या का कन्यादान करने से पुण्य की वृद्धि होती है, जिससे जीवन में खुशहाली बनी रहती है।
वृक्षारोपण करें
इस दिन वृक्षारोपण करना भी महत्वपूर्ण है। इससे प्रकृति माता प्रसन्न होती हैं। घर में या किसी अन्य स्थान पर श्रीराम और माता सीता के नाम का पौधा लगाना चाहिए, जिससे उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है।
दान करें
दान का महत्व धर्म शास्त्रों में बहुत अधिक है। विवाह पंचमी के दिन किसी जरूरतमंद व्यक्ति, संस्था या मंदिर में दान करना चाहिए। इससे घर में अन्न और धन की कमी नहीं होती।
भंडारा करें
भूखे को भोजन कराना सबसे बड़ा पुण्य माना जाता है। इस दिन भंडारा करना चाहिए, और यदि संभव न हो तो किसी व्यक्ति, पशु या पक्षी के लिए भोजन की व्यवस्था करनी चाहिए।
भजन-कीर्तन और गंगा स्नान करें
विवाह पंचमी के दिन भजन-कीर्तन, पूजा-पाठ और गंगा स्नान करना अत्यंत शुभ होता है। इस दिन भगवान श्री हरि विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा करनी चाहिए।