×

विनायक चतुर्थी 2025: पूजा विधि और अशुभ संकेतों से बचने के उपाय

विनायक चतुर्थी 2025 का महत्व और पूजा विधि जानें। इस दिन भगवान गणेश की पूजा से जीवन के कष्ट दूर होते हैं। जानें अशुभ संकेतों से कैसे बचें और गणेश जी को प्रसन्न करने के उपाय।
 

विनायक चतुर्थी 2025 का महत्व और पूजा विधि

विनायक चतुर्थी 2025Image Credit source: AI

विनायक चतुर्थी का शुभ मुहूर्त और पूजा विधि: हिंदू धर्म में विनायक चतुर्थी का विशेष स्थान है। यह दिन भगवान गणेश को समर्पित है, जिन्हें विघ्नहर्ता और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। मान्यता है कि इस दिन सच्चे मन से गणेश जी की पूजा करने से जीवन के सभी कष्ट समाप्त हो जाते हैं। हालांकि, शास्त्रों और परंपराओं के अनुसार, यदि इस दिन कुछ अशुभ संकेत दिखाई दें या कोई गलती हो जाए, तो इसे अनहोनी का संकेत माना जाता है।

अशुभ संकेतों पर ध्यान दें, अनहोनी से बचें!

चंद्र दर्शन से बचें: विनायक चतुर्थी के दिन चंद्रमा को देखना वर्जित है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, इस दिन चंद्रमा देखने से व्यक्ति पर ‘कलंक’ लगता है और मान-सम्मान में कमी आती है। यदि गलती से चंद्र दर्शन हो जाए, तो इसे अनहोनी का संकेत मानकर तुरंत गणेश जी से क्षमा मांगनी चाहिए।

तुलसी का प्रयोग न करें: गणेश जी की पूजा में तुलसी के पत्तों का उपयोग नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से गणपति नाराज हो सकते हैं, जिससे घर की सुख-शांति में बाधा आ सकती है।

अंधेरे में पूजा न करें: ध्यान रखें कि जहां गणेश जी की मूर्ति स्थापित हो, वहां अंधेरा न हो। अंधेरे में भगवान की मूर्ति देखना अशुभ माना जाता है और यह मानसिक तनाव का कारण बन सकता है।

गणेश जी को प्रसन्न करने के उपाय

दूर्वा घास चढ़ाएं: गणेश जी को दूर्वा (दोब) बहुत प्रिय है। पूजा के दौरान ‘इदं दूर्वादलं ऊं गं गणपतये नमः’ मंत्र बोलते हुए 21 दूर्वा की गांठें अर्पित करें। इससे धन संबंधी समस्याएं दूर होती हैं।

मोदक का भोग: गणेश जी को मोदक या लड्डू का भोग अवश्य लगाएं। मान्यता है कि इससे घर में मिठास और समृद्धि आती है।

लाल सिंदूर का तिलक: विनायक चतुर्थी पर गणेश जी को लाल सिंदूर चढ़ाएं और फिर स्वयं के माथे पर भी तिलक लगाएं। इससे आत्मविश्वास में वृद्धि होती है और कार्यों में आ रही बाधाएं टल जाती हैं।

पीले रंग के वस्त्र: पूजा के समय पीले या लाल रंग के वस्त्र पहनना शुभ माना जाता है। यह सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है।

विनायक चतुर्थी का व्रत और पूजा का महत्व

विनायक चतुर्थी का व्रत रखने से कार्यों में आ रही बाधाएं दूर होती हैं, आर्थिक संकट कम होते हैं, और घर में सुख-शांति और समृद्धि आती है। विशेष रूप से साल की आखिरी विनायक चतुर्थी पर पूजा करने से नए साल में शुभ शुरुआत का आशीर्वाद मिलता है।

ये भी पढ़ें: 2 या 3 जनवरी, कब है पौष पूर्णिमा? जानें सही तिथि, शुभ मुहूर्त और पूजा विधि