विटामिन ओवरडोज: जानें इसके खतरनाक प्रभाव और लक्षण
विटामिन की सही मात्रा का महत्व
विटामिन ओवरडोज के नुकसान
शरीर में विटामिन की सही मात्रा बनाए रखना आवश्यक है। यदि आहार से यह पर्याप्त नहीं मिल पाता, तो डॉक्टर विटामिन सप्लीमेंट लेने की सलाह देते हैं। हालाँकि, कई लोग बिना चिकित्सकीय परामर्श के इनका सेवन कर रहे हैं, और जो लोग डॉक्टर की सलाह पर लेते हैं, वे भी कभी-कभी ओवरडोज का शिकार हो जाते हैं। क्या आप जानते हैं कि अधिक विटामिन का सेवन शरीर में हानिकारक प्रभाव डाल सकता है? इसे मेडिकल भाषा में हाइपरविटामिनोसिस कहा जाता है।
विटामिन का स्तर कैसे बढ़ता है?
दिल्ली एम्स के मेडिसिन विभाग के डॉ. नीरज निश्चल के अनुसार, विटामिन का स्तर बढ़ने का मुख्य कारण विटामिन सप्लीमेंट्स का ओवरडोज है। जब डॉक्टर किसी व्यक्ति को विटामिन की जांच कराने के लिए कहते हैं और रिपोर्ट में कमी पाई जाती है, तो वे दवाएं निर्धारित करते हैं। इनका कोर्स आमतौर पर तीन से छह महीने का होता है, लेकिन कुछ लोग निर्धारित डोज से अधिक समय तक विटामिन लेते रहते हैं, जिससे हाइपरविटामिनोसिस की समस्या उत्पन्न होती है।
विटामिन का अधिक होना: स्वास्थ्य पर प्रभाव
डॉ. नीरज बताते हैं कि किसी भी विटामिन का अत्यधिक होना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। उदाहरण के लिए, यदि विटामिन ए की मात्रा बढ़ जाती है, तो यह दृष्टि पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। विटामिन डी की अधिकता से रक्त में कैल्शियम का स्तर बढ़ सकता है, जिससे किडनी स्टोन का खतरा बढ़ता है। इसी तरह, विटामिन ई की अधिकता से रक्त पतला होने की समस्या उत्पन्न हो सकती है, और गंभीर मामलों में स्ट्रोक का जोखिम भी हो सकता है।
विटामिन ओवरडोज के लक्षण
विटामिन की अधिकता के कुछ सामान्य लक्षण हैं:
- सिरदर्द
- उल्टी
- दिल की धड़कन का बढ़ना
- पेट में दर्द
- त्वचा पर रैश या खुजली
विटामिन लेते समय ध्यान रखने योग्य बातें
विटामिन सप्लीमेंट्स लेने से पहले निम्नलिखित बातों का ध्यान रखें:
- कभी भी बिना ब्लड टेस्ट के विटामिन सप्लीमेंट न लें।
- डॉक्टर द्वारा बताई गई डोज का ही पालन करें।
- दवाओं के साथ-साथ संतुलित आहार का भी ध्यान रखें।
- यदि गंभीर लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।